धरनार्थियों और अधिकारियों के बीच नहीं बनी वार्ता , आज होगी बड़ी सभा आर-पार का एलान
रामधन मीणा के हत्यारो को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर लोगों का धोद पुलिस थाने के सामने धरना प्रदर्शन
बदमाशो के हौसले बुलंद पुलिस का अब तक का रिजेल्ट शून्य हत्यारों को नही पकड़े जाने तक ना सोएंगे ना सोने देंगे,,,सुरेश मीणा किशोरपुरा
72 घंटे के बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं ,परिजनों को इंसाफ नहीं मिलने तक आंदोलन रहेगा जारी
धोद (सुमेरसिंह राव) थाना क्षेत्र के आदिवासी किसान रामधन मीणा की हत्या के 72 घंटे बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है, धरने पर बैठे लोगों ने शव लेने से साफ मना कर दिया है, मीणा समाज के साथ सर्व समाज के लोगों ने पुलिस थाने के सामने धरने पर बैठे हुए हैं आदिवासी श्री मीन सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि 28 वर्षीय नौजवान रामधन मीणा की हत्या को 5 दिन हो गए हैं अब तक पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इस इलाके की कानून व्यवस्था चौपट हो गई है, कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रही है, आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय का नारा मखोल बनता जा रहा है । उन्होंने कहा कि हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक ना सोएंगे ना सोने देंगे । सीकर जिला उप प्रमुख ताराचंद धायल ने कहा कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा हम जाने वाले नहीं है आदिवासी मीणा सेवा संघ के सीकर जिला अध्यक्ष वीरेंद्र मीणा ने कहा कि समय रहते हमारे समाज की मांग नहीं मानी गई तो सीकर बंद करने का भी निर्णय लिया जा सकता है। महामंत्री बाबूलाल कावट, रतन मीणा जोधपुरा भंवरलाल, बनवारी लाल उदयपुरवाटी, जगदीश मीणा ने इस संघर्ष की लड़ाई में हर तरह से सहयोग करने का भरोसा दिलाया। रामधन मीणा बड़ी
सियोट में जमीन लेकर कृषि और डिलीवरी बॉय के रूप में काम करता था। गत सोमवार को देर रात अज्ञात बदमाशों ने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद शव लोसल अस्पताल में रखवाया गया। समय अधिक बीत जाने के बाद बुधवार की रात्रि शव को सीकर अस्पताल में शिफ्ट करवाया गया। रामधन की हत्या के बाद से ही ग्रामीण आक्रोश में है। उनकी पत्नी बेसुध अव्यवस्था में है भाई का भी रो रो के बुरा हाल हो रहा है।
गुरुवार को कई बार पुलिस प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारियों की मांगों पर बात हुई पर वार्ता बेनतीजा निकली ।धरने में बनी संघर्ष समिति का निर्णय है कि जब तक सीकर के आला अधिकारियों से वार्ता नहीं होगी और सकारात्मक वार्ता के लिए प्रशासन धरनार्थीयो के बीच नहीं आएंगे तब तक धरना जारी रहेगा ।संघर्ष समिति ने यह भी कहा है की रात्रि तक हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आगे सीकर बंद करने या पुलिस आईजी मुख्यालय कलेक्ट्रेट का घेराव जैसा निर्णय लिया जा सकता है। यह मांगे रामधन की हत्या की गुत्थी खोलकर आरोपियों की गिरफ्तारियां उच्च अधिकारियों से अनुसंधान पीड़ित परिवार को लाखों का मुआवजा, सरकारी या संविदा पर मृतक की पत्नी को नौकरी ,परिवार को सुरक्षा और सरकार की आवश्यक योजनाओं का लाभ इत्यादि दिया जाए। इस दौरान कामरेड किशन लाल पारीक, मीणा महासभा जयनारायण,कांग्रेस युवा अध्यक्ष मुगल खीचड़ , उप प्रधान ताराचंद धायल,मोहनलाल बोसाना, जिलाध्यक्ष झुंझुनू दिलीप मीणा ,सुरेश मीणा, शरीफ खान, बीएल मीना कांवट, प्यारे लाल मीणा, रतन मीणा जोधपुरा,बनवारी लाल मीणा उदयपुरवाटी, सजन लाल मीणा, प्रभाती लाल मीणा उदयपुरवाटी,पूर्व सरपंच इंद्रजीत, शिवलाल गुरारा, सांवरमल थोई, जीवन राम, जगदीश मीना टोडी, रामचंद्र शीतल,होशियार सिंह बामलास, सज्जन मीना लक्ष्मणगढ़, गिरधारी लाल मीणा पलसाना, दीनदयाल सीकर, सहित महिलाएं और पुरुष सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।