भीम आर्मी व पुलिस प्रशासन की निगरानी में आजादी के 77 साल बाद घोड़ी पर बैठा दलित समाज का दूल्हा
मुंण्डावर (देवराज मीणा ) मुंडावर उपखंड क्षेत्र के समीपवर्ती गांव लामचपुर में आज आजादी के 77 वर्ष बाद दलित समाज का दूल्हा घोड़ी पर बैठा।बताया गया है कि आजादी के बाद आज तक इस गांव में दलित समाज का कोई भी व्यक्ति घोड़ी पर नही बैठ पाया है। इसी बात के जनून को लेकर आज दूल्हा बना राहुल पुत्र राजेश कुमार लामचपुर ने 77 वर्ष के इस कुप्रथा को बदल डाला है।राहुल पुत्र राजेश कुमार ने भीम आर्मी से व पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई थी ।बताया गया की 24 फरवरी को मेरी शादी है और मैं घोड़ी पर बैठकर निकासी निकालना चाहता हूं।इसलिए मुझे भीम आर्मी व सासन प्रशासन से एक अपील करी थी।जिसको लेकर आज मेरी शादी में शरीक हुए भीम आर्मी के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्तागण के साथ पुलिस प्रशासन ने जो इस 77साल की कुप्रथा को बदलने में मेरा साथ दिया है । उसका मैं दिल से धन्यवाद करता हूं। आज मेरा भी घोड़ी पर बैठने का सपना पूरा हुआ है। आज हमारे पूरे दलित समाज में एक अलग ही खुशी देखने को मिल रही है।
काफी नोक झोंक भी देखने को मिली - दूल्हा राहुल जैसे ही घोड़ी पर बैठकर निकासी निकालता हुवा गांव में बने माता के मंदिर में धोक लगाने के लिए गया तो वहा ठाकुर समाज के लोगों ने मंदिर के दोनों तरफ दरवाजे पर ताला लगा दिया गया।जिसको पुलिस प्रशासन, व तहसीलदार मुंडावर मदनलाल द्वारा काफी समझाने पर भी ठाकुर समाज के लोगों ने मंदिर के ताले नही खोले।जिनको प्रशासन द्वारा लास्ट में तोड़ना ही पड़ा तब कही जाकर दूल्हे राहुल कुमार ने मंदिर में धोक लगाई। कुछ लोगो ने बुलडोजर बाबा को भी इस कार्यवाही में नोता देकर इन लोगो पर उचित कार्यवाही करने की प्रशासन से गुहार की।