इंटरनेट चैट साइट पर सतर्कता जरूरी
चौमूं / जयपुर ( राजेश कुमार जांगिड़ ) आज के यूग में सूचना और संचार क्रांति से जब जीवन का हर कोना प्रभावित हो रहा है तो भला फिर रोमांस और डेटिंग की दुनियाँ कैसे इससे अछूती रह सकती है। प्रत्यक्ष दोस्ती से सही पहचान छुपा कर की गई दोस्ती अपेक्षाकृत आसान होती है। इसमें व्यक्ति की पहचान उसके चेहरे, वास्तविक नाम और जाति से नहीं होती है।
इंटरनेट की चैट साइट (बातचीत का ऑनलाइन माध्यम) ऐसे लोगों के लिए मिलने जुलने, दोस्ती करने, वार्तालाप करने, रोमांस या डेटिंग का बेहतरीन जरिया होती है जो बेहद शर्मीले लेकिन कष्टकारी, अकेलेपन से ग्रस्त होते हैं या फिर जो घर से बहुत कम बाहर निकलते हैं। यह वही मिलन स्थल है जहां पहुंचकर एक बहुत ही शर्मीला एकांतप्रिय व्यक्ति पार्टीबाजी का आशिक बन जाता है। मिलनसार नए दोस्तों की खुशियों के लिए तो ये चैट साइट खुला मैदान ही साबित होती है। वर्ल्ड वाइड वेब साईटों पर आप एक साथ कई काम कर सकते हैं। इन साइटों पर चैटिंग, फ्लर्टिंग, डेटिंग, मानमनुहार मित्रता, पुराने बिछड़े दोस्तों से मेल मिलाप ही नहीं शादियाँ भी कर सकते हैं। इन साइट पर आप लोगों से इस बात की परवाह के बिना मिल सकते हैं कि आपकी और उनकी हैसियत, प्रतिष्ठा, आर्थिक स्थिति में तालमेल है कि नहीं। इन साईटों के जरिए केशों में शैंपू, कंघी किए बगैर डेटिंग पर जा सकते हैं। ज्यादा पैसे भी खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इंटरनेट डेटिंग रोमांस का लाभ उठाने के लिए कई सावधानियां जरूरी ही नहीं अनिवार्य होती है। गौरतलब है कि यहां भी फर्स्ट इंप्रेशन इस लास्ट इंप्रेशन का फार्मूला काम करता है क्योंकि यदि किसी इंटरनेट फ्रेंड पर आप प्रभाव नहीं छोड़ पाए तो फिर वह आपसी संबंध तोड़ लेने में जरा भी देरी नहीं करता। एक दूसरे को प्रभावित करने के लिए चंद सेकंडो का ही अवसर मिलता है। शब्दों का जादू चलाना पड़ता है अगर सफल रहे तो इंटरनेट डेटिंग का आनंद प्रत्यक्ष डेटिंग से किसी मायने में कम नहीं होता है। इंटरनेट की दुनियाँ में हर कोई हड़बड़ी में होता है। चंद लम्हों में किसी के दिल को भा जाए तब तो ठीक वरना किसी के पास आपका इंतजार करने के लिए वक्त नहीं है। यहां प्रेम और दोस्ती का निर्णय चंद सेकंडो में करना पड़ता है। महत्वपूर्ण सुझाव-
साइट पर किसी भी संभावित मित्र या डेटिंग पार्टनर की प्रोफाइल को देखें। अगर उसमें रुचि नहीं है तो फिर आगे बढ़े समय नष्ट न करें और रुचि हो तो तत्काल संपर्क करें, बधाई भेजें। चैटिंगरूम या ऑनलाइन पत्र व्यवहार के दौरान किसी अभद्र संवाद से बचना चाहती हैं तो अश्लील उपनाम या पहचान कभी ना दें। जैसे महिमा जान, क्रेजीगर्ल आदि। ऐसी पहचान या नाम चिपनेस या फूड़नपन अथवा लफंगेपन का संकेत देते हैं। याद रहे कि अश्लील नाम आपको आकर्षण का केंद्र जरूर बनाता है मगर गलत सेंस में। यही नहीं इससे आप अपने तक को गलत ढंग से पेश करती हैं यानी आप जिस तरह से लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहती हैं उसी तरह की पहचान दें। प्रोफाइल बनाने में यह सावधानी बरते कि वह सच्ची हो, नाम ऐसा हो कि जिससे सदाबहार व्यक्तित्व का एहसास हो। ईमेल असली हो, जिस का आप नियमित प्रयोग कर रहे हो। दोस्ती की एक मजबूत आधारशिला रखें। इससे प्रत्यक्ष रूप से डेटिंग का मौका हाथ लग सकता है। इंटरनेट दोस्ती, मुलाकात के माध्यम से जब सचमुच की दुनियाँ में मिले तो पहले की गई खास बातों का ध्यान रखें और सौम्यता कायम रखें। आप जो है वही दिखे और यदि ईमानदारी बरत रही है तो फिर छिपाने की कोई आवश्यकता नहीं है। जब छिपाना नहीं है तो फिर आप सहज होकर मिले। दूसरों की उपस्थिति में सहज रहने वाला व्यक्ति दोस्ती को काफी आगे तक ले जा सकता है। जब लगे कि दोस्त झूठ बोलने लगा है तो फिर उसे साइड कर आगे बढ़े। उसे दूसरा मौका देने की कोशिश ना करें क्योंकि वह ईमानदारी में विश्वास नहीं करता। ऐसा कोई ठोस नियम कायदा नहीं है जिससे यह मालूम किया जा सके कि कोई कितना सच बोल रहा है। इसलिए ऐसे मामले में या डेटिंग की राह पर निकलने में जल्दबाजी न करें। वास्तविक और साइबर दोनों में ही डेटिंग कॉम्पिटेटिव हो गई है।
शुरुआत कुछ इस तरह करें- सबसे पहले अपना परिचय दें। उसे समझने का मौका दें कि आप उससे संपर्क क्यों कर रही हैं। ईमानदारी बरते, चोंचलेबाजी से बचे। बोर करने वाली, उबाऊ बातों से परहेज करें। अपनी रुचि दर्शाते हुए उससे कुछ सवाल भी करें जो उबताऊ ना होकर उत्सुकता जगाने वाले और प्रेरित करने वाले हो। हासपरिहास भी करें। अपने बारे में उतना ही बताएं जितना पूछा जाए। गिलेशिकवे करने से बचे। आपकी व्यावहारिक कुशलता पसंदीदा दोस्त व अच्छे इंसान की तलाश में बहुत मददगार साबित हो सकती है।
- पूजा गुप्ता
मिर्जापुर ( उत्तर प्रदेश )