निजी स्कूल संचालको ने दिया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन, कहा निरीक्षण के नाम पर प्रताड़ित करने की कोशिश
गोविन्दगढ़, अलवर
गोविन्दगढ़ स्कूल शिक्षा परिवार ने तहसीलदार रमेश खटाना एवं CBO विश्वजीत सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से जारी आदेश का विरोध कर इसे वापस लेने की मांग की है।
ज्ञापन में स्कूल शिक्षा परिवार ने बताया कि मोदी जी के "गुड गवर्नेंस लैस गवर्नमेंट" सिद्धांत के खिलाफ होने के साथ ही माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान एवं शिक्षा मंत्री के इंस्पेक्टर राज सिस्टम के पूर्णत खिलाफ हैं और तकनीकी कारणों से यह आदेश प्रत्याहारित करने योग्य हैं।
भूपेन्द्र भारद्वाज ने में बताया कि प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने एक आदेश जारी कर कहा कि सरकार की 100 दिन की कार्य योजना के तहत गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं का नियमित निरीक्षण किया जाएगा। आदेश में 21 बिंदु डाल दिए गए। इन बिन्दुओं का सरकार की 100 दिन के कार्य योजना में कहीं उल्लेख नहीं है। उनमें से मात्र एक बिंदु जो स्वच्छता से संबंधित है। उसमें शामिल है। इस एक बिंदु की आड़ में उन्होंने 20 बिंदु और जोड़ दिए। जिनकी पालन किया जाना संभव नहीं है। ये न केवल गैर सरकारी विद्यालय बल्कि इन बिंदुओं की पालना सरकारी विद्यालय में भी नहीं हो रही है।
स्कूल संचालको ने मांग की है कि अगर आदेश को वापस नहीं लिया गया तो प्रदेश भर के स्कूल संचालक अपने-अपने ब्लॉक और जिला स्तर पर आंदोलन करेंगे।
यह रहे मौजूद
ज्ञापन देने के दौरान गोविन्दगढ़ स्कूल शिक्षा परिवार के अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार भारद्वाज, नूर मोहम्मद, बलराम गुर्जर, सांवलीया राम सैनी,बृजेश सैनी,विष्णु, प्रतीक सहित कई स्कूल संचालक मौजूद थे।