जल संघर्ष समिति व किसान महासभा के संयुक्त तत्वाधान में लंबे समय से विरोध प्रदर्शन जारी
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव) जल संघर्ष समिति व किसान महासभा के संयुक्त तत्वावधान लम्बे समय से लगातार चल रहे विरोध प्रदर्शन जारी है। पिछले सप्ताह लिए गए प्रस्तावनुशार एक पूरे पखवाड़ा -होली चंग छंद धमाल पखवाड़ा (24 मार्च से 6 अप्रैल तक)के माध्यम से चंग पर गायन प्रस्तुत करके पूरी उदयपुरवाटी में पेयजल के भयंकर क़िल्लत वाले गांवों में विशेषकर पहाड़ी बैल्ट में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है/जारी है,होली धूलंडी से लेकर आज तक चौफुल्या, चंवरा,ककराना ,किशोरपुरा,नेवरी बागोली, मणकसास, जोधपुरा, हरिपुरा में जल संघर्ष समिति के माध्यम से जगह जगह ,होली की रामा-श्यामा करते हुए,पानी की मांग करते हुए चंग,छंद धमाल नृत्य की प्रस्तुतियां दी गई।
संघर्ष समिति अध्यक्ष नथू राम ने बताया कि पिछले 2 माह से लगातार चल रहे इस आंदोलन के समाधान को लेकर सरकार का रूख़ स्पष्ट नहीं है, अतः जो पार्टी उम्मीदवार इस पेयजल अभियान में सकारात्मक सहयोग प्रदान करेगा, उसे के पक्ष में मतदान किया जाएगा अन्यथा पेयजल किल्लत गांवों के लोग लोकसभा चुनाव का बहिष्कार या नोटा पर वोटिंग करने पर मजबूर होंगे, ऐसे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं।1994 यमुना नहर समझौता की जगह 17 फरवरी को हुए रिन्यू समझौते पर भी सरकार गंभीर नहीं है, किसानों के साथ छलावा, विश्वासघाती समझौता है।
अभियान -योजना आपके द्वार व जल संघर्ष समिति संयोजक के के सैनी ने कहा कि अत्यधिक किल्लत वाले 4-5 गांवों में कुम्भा राम लिफ्ट योजना की पानी सप्लाई लाइन डली हुई है उसमें पानी सप्लाई सुनिश्चित करें व 1350 करोड़ रुपए की,उदयपुरवाटी की लाइफलाइन कुम्भा राम लिफ्ट योजना के वर्क आर्डर जारी करने की पूरजोर मांग की है। अब भी प्रशासन नहीं जगा तो इसके लिए आंदोलन को होली की रामा-श्यामा करते हुए गांव गांव से अब ढाणी-ढाणी घर घर का आंदोलन कर ,महिलाओं के साथ साथ युवा वर्ग का साथ लेकर आंदोलन को ओर उग्र किया जाएगा। मनोहर लाल नेता ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र के लोगों के साथ पेयजल जैसी मूलभूत समस्या को भूल भुलैया कर जो छलावा कर रही है, इसके परिणाम ख़तरनाक होंगे। इस दौरान मनोहर लाल,हरसा राम, मनफूल, राजेन्द्र,सीता राम, रामावतार,गीला राम, सुरेन्द्र, हरनाथ,माली राम, बाबूलाल,तेजाराम,लीला राम, अमित,भूरा राम, सरदारा,राम निवास,हरला राम ,मनोज, महावीर, प्रहलाद शीशराम आदि जगह जगह अन्य दर्जनों की संख्या में लोग उपस्थित रहकर पेयजल के लिए मरते दम तक संघर्ष करने का वादा किया है।