तीन नर्सरियों में तैयार किये जा रहे हैं 4 लाख 55 हजार औषधीय पौधे
बहरेाड़ (अलवर, राजस्थान) कोरोना काल में लोग सेहत के प्रति सचेत हो रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने व औषधीय पौधों के संरक्षण को लेकर राज्य सरकार भी ध्यान दे रही है। ऐसे में सरकार की ओर से औषधी योजना को शुरू किया गया है। घर-घर औषधी योजना के प्रदेश स्तर पर क्रियान्वयन का भी निर्णय लिया है। इसके लिए वन विभाग की पौधशालाओं में चार प्रकार के औषधीय पौधे तैयार करने का काम शुरू हो गया है। जुलाई माह में वन महोत्सव के तहत इन औषधीय पौधों का वितरण किया जाना सम्भावित है। बहरोड़, नीमराना और बानसुर नर्सरी में चार प्रकार के औषधीय पौधे तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ के 4 लाख 55 हजार औषधीय पौधे तैयार किये जा रहे हैं। सरकार की और से पचास प्रतिशत ग्राम पंचायतों में इस साल और पचास प्रतिशत ग्राम पंचायतों में अगली औषधीय पौधे वितरण किये जायेंगे। इस बार बहरोड़ ब्लाॅक की 16, नीमराना 22 व बानसुर की 22 ग्राम पंचायतों में पौधे वितरण किये जायेंगे।