खुदाई में मिले मुगलकालीन चांदी के सिक्के,सिक्कों के बंटवारे पर आपस में लड़ बैठे मजदूर
हलैना (भरतपुर, राजस्थान) गांव नैवाडा के जंगल में लगाए गए ट्यूबबेल के गड्ढे को समतल करते समय 3 मजदूरों को मुगलकालीन चांदी के सिक्के मिले जिनको 2 सगे भाई मजदूरों ने 15 दिन तक छिपाए रखा लेकिन उनके साथी तीसरे मजदूर को जब सिक्कों में हिस्सा नहीं मिला तो उसने मंगलवार की रात को मामले की पोल खोद दी। इस पर पुलिस ने बुधवार को दोनों सगे भाई मजदूरों से 12 सिक्के बरामद कर लिए वहीं मौके पर कुल कितने सिक्के मिले इसके बारे में सगे भाई मजदूरों से पूछताछ चल रही है।
मौके पर बड़ी संख्या में सिक्के मिलने की चर्चा है। नैवाडा निवासी रूपसिंह जाट ने 12 जून को खेत पर ट्यूबबेल लगाया था जिसके समीप जेसीबी से करीब 5 फीट गड्ढा खोदा गया। रूपसिंह ने ट्यूबबेल लगने के बाद उक्त गड्ढे को भरने के लिए गांव के 3 मजदूर लगा दिए।
इस पर मजदूर पवन जाटव सहित उसका सगा भाई तथा तीसरा राजेन्द्र जाटव उक्त गड्ढे को फावड़े से समतल कर रहे थे तभी वहां मिट्टी का बर्तन मिला, जिसमें चांदी के सिक्के भरे हुए थे। जिनमें से सगे भाइयों ने सिक्कों से जेब भर लिए जबकि तीसरे मजदूर को एक ही सिक्का दिया। इसलिए तीसरा मजदूर राजेन्द्र 15 दिन तक पूरा हिस्सा मांगता रहा लेकिन दोनों भाइयों ने उसे हिस्से के बराबर सिक्के नहीं दिए तो उसने मामले की सूचना हलैना पुलिस को दी।