अलवर सरस डेयरी के 6 डायरेक्टर भ्रष्टाचार के सबूतो के दस्तावेजो सहित मिले एसओजी दफ़्तर: भ्रष्टाचार के खिलाफ 7 दिन में जांच कर कार्यवाही की मांग
कार्यवाही नही होने पर मजबूरी में कोर्ट की लेनी पड़ेगी शरण - डायरेक्टर्स
रैणी (अलवर, राजस्थान/ महेश चन्द मीना) अलवर जिला मुख्यालय पर स्थित अलवर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड जो कि किसानों की एक व्यापारिक संस्था है और इसका मुख्य उद्देश्य भी किसान की सेवा ही है और किसान भाई के दूध का उचित मूल्य दिलाना है लेकिन इस सहकारी किसान संस्था के 6 डायरेक्टरो का कहना है कि वर्तमान मे हमारे अलवर जिला दूध संघ के चेयरमैन और एमडी ने मिलीवक्त कर किसानों की इस संस्था में भयानक भयानक बडे बडे गपले व घोटाले कर भ्रष्टाचार को चरम सीमा पर पहुंचा दिया है जिसका हम 6 डायरेक्टर लगातार विरोध कर रहे हैं लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ ज्यादा गहरी होने के कारण भर्ष्टाचारियो के खिलाफ कार्रवाई अभी तक भी नहीं हो रही है जिससे सरस डेयरी में दिनरात लगातार भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है और भ्रष्टाचारियो का मनोबल भी बढता ही जा रहा है और किसान भाईयो का इस संस्था से विश्वास हटता ही जा रहा है।
मिडिया को अलवर सरस डेयरी डायरेक्टर शिवलाल मीना ने बताया कि हम सभी बुधवार को इसी भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में जयपुर जाकर (अलवर सरस डेयरी के संचालक मंडल के 6 सदस्य) डेयरी संघ के मंत्री प्रमोद जैन भाया से व आरसीडीएफ की सीएमडी सुषमा अरोड़ा से मुलाकात की हैं जिसमें धारा 57 में दोषी जो अधिकारी डेयरी एमडी महेश चंद शर्मा दोषी हैं इनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की मांग की है एव सीएम संबल योजना में भी बहुत बड़ा घोटाला सौरव गोड द्वारा किया जा रहा है इसकी जांच के लिए भी लिखा है और भी अन्य कई दूसरी डेयरी संबंधी सभी शिकायतों को लेकर शिष्टाचार से मुलाकात की और इसके बाद एसओजी के आईजी से भी इसी सम्बन्ध में मुलाकात की तथा डेयरी में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए और किसानों के साथ न्याय के लिए शिष्टाचार मुलाकात की और उच्च न्यायालय में भ्रष्टाचार के सबूत सहित फाइल पेश की है ताकि अलवर दूध संघ भ्रष्टाचारियों से बच सके और किसानों के साथ न्याय हो सके जब तक भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा तब तक हमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहेगी। मिडिया को यह सारी जानकारी अलवर सरस डेयरी डायरेक्टर शिवलाल मीना के द्वारा दी गई है।
इसमें उल्लेखनीय यह बात भी है पिछले माह 26 मई को संघ में बिना कोरम पूर्ति के गैरनियमानुसार बोर्ड की मीटिंग हुई थी जिसमे अलवर दुध संघ के चेयरमैन व एमडी की मनमानी तानाशाही रवैए से परेशान होकर शिवलाल मीना , रामफल गुर्जर , सुनिता गुप्ता , कैलाश चन्द मीना, कमला देवी और अजीत सिंह सहित डायरेक्टर ने बोर्ड मीटिंग का बहिष्कार किया लेकिन कोरम पूरा नहीं होने पर भी गैर नियमानुसार संघ के एमडी ने चेयरमैन के इशारे पर बोर्ड मीटिंग जबरन तरीके से की थी जिसको रद्द कराने की भी डायरेक्टरो द्वारा उसी दिन आरसीडीएफ के सीएमडी को व अलवर कलेक्टर को भी लिख दिया था।