एएसआई अमिचन्द बांगड़वा की सैन्य सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि: उमड़ा जनसैलाब नम आंखों से दी अंतिम विदाई
उदयपुरवाटी (झुञ्झुनु, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र के गुढ़ागौड़जी तहसील के गढला कलां के लाल सीमा सुरक्षा बल पश्चिमी बंगाल के कोलकाता में टैगोर विला में तैनात एएसआई अमीचंद बांगड़वा (55) की लंश इंफेक्शन के कारण मृत्यु हो गई। लंश इंफेक्शन के कारण वह 4 अप्रैल से 1 माह के लिए घर पर छुट्टी आये हुए थे। बृहस्पतिवार दोपहर अचानक उनकी तबीयत नाजुक होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। गढ़ला कलां में बालूराम व बदामी देवी के घर 8 अगस्त 1967 को जन्मे अमिचन्द सन 1987 में बी एस एफ में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। वे चार भाइयों में सबसे छोटे थे।
बड़ा भाई मूलचंद, राम सिंह, बीएसएफ में तैनात एसआई हरिसिंह बांगड़वा से छोटे थे। जिनके दो बच्चे हैं। बेटा विकास कंपनी में इंजीनियर के पद पर है वहीं बेटी पूजा जॉब की तैयारी कर रही है। इस गमगीन माहौल में बीएसएफ की 124 वीं बटालियन ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी तथा एएसआई के बेटे को तिरंगा सौंपा। सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने पुष्प चक्कर चढ़ाकर कर सलामी दी। भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष जयसिंह मांठ, मनदीप बराला, सरपंच महेंद्र सिंह बराला, सूबेदार रामस्वरूप बागड़वा, सूबेदार जयसिंह बांगड़वा, सूबेदार महावीर बांगड़वा, सूबेदार गुलाब सिंह बड़सरा, सूबेदार कुल्डा राम मीणा, सूबेदार सोहन लाल, हवलदार महेश बांगड़वा, व गांव के सभी पूर्व सैनिकों ने और भतीजे कपिल, संदीप, अनिल, आदि ने पुष्प चक्र चढ़ाकर सलामी दी। अंतिम यात्रा में हजारों की तादाद में लोग उमड़ पड़े नम आंखों से एएसआई को अंतिम विदाई दी।