शिमला। पंजाब में आम आदमी पार्टी को मिले अपार बहुमत के बाद पार्टी का अगला निशाना हिमाचल प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। इसको लेकर हिमाचल की राजनिति में खासी हलचल देखी जा रही है। पार्टी को चुनावों में भी जैसा प्रदर्शन हिमाचल में भी होने की उम्मीद है। हालांकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि वह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद हिमाचल में भी सत्ता बरकरार रखने में कामयाब रहेगी।
लेकिन आम आदमी पार्टी इन दिनों खासे उत्साह में है। आप का दावा इसलिये मजबूत है कि प्रदेश का बडा हिस्सा पंजाब से सटा है। व पंजाब के लोगों का यहां आना जाना रहा है। और कुछ जिलों में न केवल पंजाबी बोली जाती है। बल्कि रिशतेदारियां भी है। पंजाब में मिले प्रचंड जनादेश पर हिमाचल आम आदमी पार्टी के उपाध्यक्ष रिटायर डीजीपी ईशवर देव भंडारी ने कहा कि प्रदेश के लोगों का पारंपरिक राजनीतिक दलों से मोहभंग हो चुका हैं। उन्होंने कहा, पंजाब की तरह की ‘आप’ हिमाचल में भी इतिहास रचेगी। पार्टी पहाड़ी राज्य में अपने दम पर सरकार बनाएगी।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ हिमाचल प्रदेश में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। हालांकि, उसने पंजाब के पिछले चुनावों में चार लोकसभा और 20 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
उन्होंने दावा किया कि ‘आप’ हिमाचल प्रदेश के सभी 67 विधानसभा क्षेत्रों में अपना जनाधार बनाने में सफल रही थी। उन्होंने कहा पंजाब के चुनावी नतीजों का हिमाचल प्रदेश में ‘आप’ के प्रदर्शन पर यकीनन सकारात्मक असर होगा। भंडारी ने बताया कि ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित कई अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता जल्द हिमाचल का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव मैदान में किस सीट से उतारा जाएगा, इस पर फैसला पार्टी आलाकमान करेगा। आम आदमी पार्टी अचानक आये उत्साह के पीछे कई कारण हैं। हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ दल भाजपा में अंदरूनी असंतोष व कांग्रेस की गुटबाजी के चलते प्रदेश में एक बडा वर्ग दोनों ही दलों से नाराज चल रहा है। कर्मचारियों में असंतोष देखने को मिल रहा है। जिसे भुनाने के लिये आम आदमी पार्टी सक्रिय हो गई है।
वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने ‘ कहा कि यूपी और उत्तराखंड की तरह ही उनकी पार्टी हिमाचल में भी अपनी सफलता दोहराने में कामयाब रहेगी। शर्मा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार राज्य में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और हालिया बजट में उसने वृद्धावस्था पेंशन की आयुसीमा 70 से घटाकर 60 साल कर दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये उपाय हिमाचल में सत्ता बरकरार रखने में भाजपा की मदद करेंगे।
आप के दावे पर शर्मा ने कहा कि हिमाचल में तीसरे दल के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने दावा किया, “पहले भी ऐसे प्रयोग किए गए थे, लेकिन वे असफल रहे।” उधर, विपक्षी कांग्रेस भी हिमाचल में हाल ही में संपन्न उपचुनावों में शानदार प्रदर्शन के बाद राज्य के भावी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत को लेकर आशावान है।