बालाजी मेला का कुश्ती दंगल के साथ हुआ समापन:1100 रुपए की अंतिम कुश्ती का मुकाबला हरियाणा के निक्कू खोरी ने जीता
हंसनला बालाजी धाम के मेले में 1100 रुपए की अंतिम कुश्ती का मुकाबला महेन्द्र कांकरिया को हराकर हरियाणा के निक्कू खोरी ने जीता--मेला कमेटी ने महिला पहलवान पूजा गणेश्वर को नगद पुरस्कार देकर किया सम्मानित--दो दिवसीय बालाजी मेला का कुश्ती दंगल के साथ हुआ समापन--मेला कमेटी संयोजक मदन लाल भावरिया भी रहे मौजूद
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव)
सीकर- झुंझुनू सीमा पर पचलंगी के निकटवर्ती हंसनला बालाजी धाम में रविवार साय को दो दिवसीय बालाजी मेले का कुश्ती दंगल के साथ समापन हुआ। मेला कमेटी संयोजक मदनलाल भावरिया ने बताया कि मेले में कुश्ती 50 रू से लेकर 1100 रु तक करवाई गई। कुश्ती दंगल में आसपास व हरियाणा के खोरी,, नारनौल के पहलवानों ने हिस्सा लिया। कुश्ती दंगल में अलवर से आए योगा कराने वालों ने योगाभ्यास की कई कला दिखाई।
अंतिम कुश्ती 1100 रुपए की राजस्थान के महेन्द्र कांकरिया व हरियाणा के निक्कू खोरी के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। रोमांचक मुकाबला दिखाते हुए हरियाणा के निक्कू खोरी ने राजस्थान के महेन्द्र कांकरिया को हराकर खिताब जीता। विजेता पहलवानों को मेला कमेटी की ओर से नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। पहली बार बालाजी मेले में गणेश्वर के अखाड़े से आई महिला पहलवान पूजा मैदान में उतरी। लेकिन दूसरी महिला पहलवान नहीं होने पर मेला कमेटी के निर्णय के बाद पूजा को 500 रू नगद देकर सम्मान किया। कोच महेश मिनल एकेडमी कांवट कुश्ती दंगल के निर्णायक रहे। रवि रोजड़ा के जोगेंदर पहलवान ने टीम बनाने में सहयोग किया। इस दौरान संत हनुमान दास मोनी महाराज हंसनला बालाजी धाम, मेला कमेटी के अध्यक्ष संत बक्स सिंह, चिंचडोली व सेफरागुवार के संत सीताराम दास महाराज, जगदीश सिंह, कालूराम सैनी, जगदीश सैनी, कैलाश सैनी, मालीराम बड़सरा देवीपुरा, रोहतास सैनी, महेंद्र तेतरवाल, नाथू सिंह मीणा, डॉ आर एस बोराण, मनोज कुमार शर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद थे