बैंक कर्मचारियों ने लोगों को बिना आधार दिया लोन 2.85 करोड़ का घोटाला, खाताधारकों से सिक्योरिटी में कुछ नहीं
डीग, भरतपुर(पदम जैन)
डीग में स्थित सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में खाते खोलकर 71 लोगों को बिना किसी आधार लोन दे दिया और खाताधारकों से सिक्योरिटी में कुछ नहीं लिया जिसकी जानकारी बैंक के वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान हुई ऑडिट में हुआ। ऑडिट के दौरान खातों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। जिनमें भुगतान मुद्रा लोन अंतर्गत सप्लायर्स को किए जाने वाला भुगतान आवेदक को उसके खाते में कर दिया गया। जहां सप्लायर्स को भुगतान किया गया, वहां बैंक कर्मचारी, ऋणी व अन्य की ओर से मिलीभगत कर ऋण राशि को खुर्द-बुर्द कर दिया गया। बगैर संपत्ति के आवेदक को ऋण दे दिए गए। वहीं आवास ऋण के बदले सिक्योरिटी में कुछ भी नहीं लिया गया।
4 बैंक कर्मचारियों ने किया 2.85 करोड़ का घोटाला
प्राप्त जानकारी के अनुसार चार कर्मचारियों द्वारा बैंक को करोड़ों रुपए के घोटाला का मामला सामने आया है। 2019 से वर्ष 2021 तक 3 साल में बैंक कर्मचारियों ने 73 खाते खुलवाए। जिसमें से 71 लोगों को बिना किसी आधार के 2 करोड़ 85 लाख 45 हजार को लोन दे दिया। 4 बैंक कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की क्षेत्रीय प्रमुख कविता ठाकुर ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया कि बैंक में कार्यरत तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार मीना, कृषि वित्त अधिकारी नीरज जोन, सहायक प्रबंधक अनूप चन्द मीना, प्रबंधक सत्यपाल मीना ने मिलकर 73 लोगों के खाते खोले। जिनमें से 71 लोगों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए।