साकेत महोत्सव के चौथे दिन भगवत कथा एवं रासलीला दर्शन का हुआ आयोजन
जहाजपुर (भीलवाडा, राजस्थान/ आज़ाद नेब) बड़ा नृसिंह द्वारा में अंनत विभूषित मह़ंत वशिष्ठ जयशरण महाराज मस्तराम बाबा का विशाल साकेत महोत्सव के चौथे दिन श्री भगवत कथा एवं रासलीला दर्शन का आयोजन हुआ। भव्य व विशाल स्तर पर चले आर रहे में विभिन्न स्थानों व देश के कोने-कोने से पहुंचे संन्तो का सानिध्य मिल रहा है। जिसमे पंचमुक्ती दरबार मंहत लक्ष्मणदास महाराज, ओंकारेश्वर से आएं संतो व संतराम दास महाराज का नेतृत्व सानिध्य निरन्तर प्राप्त हो रहा है।पंचम दिवस आज की कथा में पुतना उद्धार, भगवान ने किया, और बताया कि मनुष्य के तीन शत्रु है काम कोध व मोह इन पर नियंत्रण से ही ढाकुरजी की प्राप्ति हो सकती है कथा मे बताया कि गोपी कौन है गो' यानी इन्दयों को पी यानी वश मे कर लिया है और उन इन्द्रियो से कृष्ण की लीला का पान करे वह गोपी है। तृणावृत असुर का संहार का वर्णन किया व भागवत प्रेम के बारे मे बताया गया। गोपियो की स्नेहमयी वाणी, प्रेम, वियोग का वर्णन किया व कृष्ण लीला, साथ ही सायकाल वृन्दावन के कलाकारो द्वारा श्री कृष्ण की भव्य रासलीलाओं का आयोजन किया जा रहा जिसमे भक्त शक्ति 10.30 तक लीलाओं का रसास्वादन कर भाव विभोर हो रहे हैं कथा व रात्री मे पांडाल पुरे जोश व खरोश के साथ भरे हुये है।भागवत कथा का वाचन अन्त विभूषित आचार्य, डा० रामानन्द दास महाराज, रामकुंज कथा मंडप रामघाट श्री धाम अयोध्या द्वारा किया जा रहा। अखिल भारतीय पंचरामानन्दीय खाकी अखाड़ा श्री महन्त श्री मोहन दास महाराज ( वैष्णव सम्राट) सांई धाम अहमदाबाद जैसी विभूति आत्मा के दर्शन लाभ सभी भक्त जनों को प्राप्त हुए।