छात्र संघ चुनाव अध्यक्ष पद दावेदार भारती सोमावत ने मनोनयन प्रक्रिया पर उठाए कई सवाल: कहा- चुनाव निर्वाचन अधिकारी की भूमिका रही संदिग्ध
स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय वल्लभनगर का है मामला, छात्रसंघ अध्यक्ष ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया) हाल ही में प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव संपन्न हुए है । उसी तर्ज पर जिले के वल्लभनगर में स्थित स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में भी चुनाव की प्रक्रिया हैतू चुनाव निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी नियुक्त की गई । उक्त चुनाव में दावेदारों एवम अन्य मापदंडों पर खरा नहीं उतरने की वजह से चुनाव प्रक्रिया रद्द हुई ।
वही उक्त चुनाव में मनोनयन के द्वारा छात्र संघ कार्यकारणी मनोनीत की गईं। मनोनयन की प्रक्रिया में अध्यक्ष पद हेतु दो दावेदार थे जो नियमों के अनुसार दोनो ही मापदंडों में सही थे । लेकिन अध्यक्ष पद दावेदारो में से एक दावेदार भारती सोमावत ने मनोनयन प्रक्रिया पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं उक्त चुनाव को लेकर के चुनाव निर्वाचन अधिकारी डॉ. लता सेन पर कई आरोप लगाए है और अपनी हटधर्मिता के चलते नियमो को ताक में रख कर एक दावेदार को लाभ देकर अध्यक्ष घोषित करना गलत बताया है।
ये है मामला :- स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय वल्लभनगर में छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद हेतु मधु खटीक एवं भारती सोमावत ने दावेदारी जताई। उक्त पद हेतु दोनों नियमानुसार सही थे। लेकिन चुनाव निर्वाचन अधिकारी डॉ लता सेन द्वारा पद का दुरपयोग करते हुए मधु खटीक को अध्यक्ष मनोनीत कर घोषणा कर दी। जिसको लेकर के सोमावत ने चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।
वही आरोप लगाए हैं की चुनाव के मनोनयन प्रक्रिया में स्थानीय वल्लभनगर से अध्यक्ष दावेदार को लाभ देने एवं अन्य प्रकार के लाभ के चलते अध्यक्ष मनोनीत कर दिया । सोमावत ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि जब इस मामले को लेकर के चुनाव निर्वाचन अधिकारी डा लता सैन से पूछा गया तो उन्होंने मुझे टी सी काटने की धमकी दी। वही नंबर कम देकर फेल करने की भी धमकी दी गई।
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर किन नियमों के अनुसार अध्यक्ष पद हेतु दो दावेदार में से एक को मनोनीत किया गया? वही सोमावात ने मांग की है की किस कारण से मनोनयन की प्रक्रिया में उन्हें रिजेक्ट किया गया। सोमावत ने आरोप लगाए हैं कि उनकी इस प्रक्रिया के चलते उनका राजनीतिक हनन हुआ।
छात्रसंघ अध्यक्ष ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन- भारती सोमावत ने कलेक्टर के नाम वल्लभनगर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और चुनाव निर्वाचन अधिकारी द्वारा गलत तरीके से नियमों को ताक में रखकर छात्र संघ कार्यकारिणी का मनोनयन करने के विरुद्ध जांच करने की मांग की।
महाविद्यालय प्रशासन लगा है मामले को दबाने में :- छात्र संघ कार्यकारणी मनोनयन प्रक्रिया को लेकर के जब चुनाव निर्वाचन अधिकारी डॉ लता सेन से संपर्क किया गया तो उन्होंने 2 दिन बाद मामले को बताने एवम अवकाश का हवाला देकर के मामला टालते हुए नजर आए।
वही महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ रमा आमेटा से संपर्क किया गया तो निजी समस्या के चलते छुट्टियों पर होने का हवाला दिया गया। उक्त मनोनयन की प्रक्रिया एवं शपथ ग्रहण 27 अगस्त को संपन्न हुआ उसके बाद मीडिया ने उक्त मामले को टटोलने की कोशिश की लेकिन महाविद्यालय प्रशासन मनोनयन की प्रक्रिया को लेकर के तालमटोल करते ही नजर आ रहा है। वहीं वास्तविकता से परे जवाब दे रहा है । कहीं ना कहीं छात्र संघ मनोनयन की प्रक्रिया संदेह के घेरे में है।
वत्सला पडलिया (संचालक स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय वल्लभनगर) कहना है कि - "मामला मेरी जानकारी में आया है ! कहीं न कही हमारे महाविध्यालय प्रशासन से गलती हुई है। मनोनयन की पुनः प्रक्रिया तो संभव नहीं है लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से सर्व समिति से बीच का रास्ता निकाला जाएगा। किसी भी विद्यार्थी के अधिकारों का हनन नहीं होगा । "