खाद की काला बाजारी: एफपीओ से जुड़े शेयर होल्डर्स परेशान
वैर (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) उपखंड वैर में कृषि विभाग एवं प्रशासन की अनदेखी के कारण यूरिया खाद की काला बाजारी हो रही है। जिसको लेकर कस्बा वैर सहित क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक किसान परेशान हैं साथ ही नावार्ड व लुपिन के सहयोग से वैर में गठित एक एफपीओ के शेयर होल्डर्स व किसानों ने खाद नहीं मिलने पर नाराजी प्रकट की और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर खाद उपलब्ध कराने की मांग की । एक शेयर होल्डर्स ने बताया कि कस्बा वैर में एक एफपीओ का गठन हुआ जिसमें कस्बा वैर सहित ग्राम जीवद , गोविंद पुरा, रायपुर , समराया, मोरदा ,रमासपुर आदि गांव के किसान जोड़े गए । जिनसे कहा गया कि हम उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराएंगे,
जब हम एफपीओ के कार्यालय पर जाते हैं तो वहां कार्यालय बंद मिलता है । गांव बौराज के एक किसान ने बताया कि भुसावर उपखंड में भी लुपिन व नाबार्ड के सहयोग से एफपीओ का गठन हुआ । लुपिन के कर्मचारी हमारे पास आये । और एफपीओ के गठन वास्ते मेरे से डायरेक्टर व प्रमोटर बनाने के नाम से दो हजार की राशि मांगी । जो राशि मेरे द्वारा लुपिन के एक कर्मचारी के निजी फोन पर पे की । अब मुझे पता लगा कि में ना डायरेक्टर हू ना ही प्रमोटर हूं । अब हमें खाद भी मुहैया नहीं करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण को लेकर नाबार्ड के सीजीएम तथा लुपिन के एमडी सहित प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को शिकायत की जाएगी । इस शिकायत वास्ते दुरभाष पर नाबार्ड व लुपिन के आला अधिकारियों को अवगत करा दिया है। गांव गोविंद पुरा के एक किसान ने बताया कि कस्बा वैर में यूरिया खाद का कट्टा 300 से लेकर 350 रुपये बिक रहा है। जबकि खाद के कट्टा पर 266.50 रुपये राशि अंकित है ।