सीएमएचओ को चिट्ठी लिखने वाली नर्स का मामला: झूठा निकला प्रताड़ना का आरोप, नर्स एपीओ
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया) महिला होने का फायदा उठाते हुए प्रभारी अधिकारी पर प्रताड़ना एवं बद नियति का आरोप लगाना एक नर्स पर भारी पड़ गया जांच कमेटी की रिपोर्ट पर नर्स को एपीओ कर उसका मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस कर दिया गया है। मामला जिले में के मोडी सीएचसी का है। जहां पर पदस्थापित नर्स सिया दुलारी ने सीएमएचओ को लिखे पत्र में प्रभारी अधिकारी डॉ कमल सिंह जाट पर बद नियति और प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। उसने इस संबंध में ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उसकी परेशानी फोन पर एवं सीएमएचओ को पत्र लिखकर बताई थी। सीएमएचओ ने इस मामले की जांच के लिए जिला स्तरीय व खंड स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया था। दोनों कमेटियों में महिला चिकित्सा अधिकारियों को शामिल किया गया
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल की अगुवाई वाली जिला स्तरीय कमेटी ने जांच के बाद रिपोर्ट सीएमएचओ ऑफिस को सौंपी। रिपोर्ट में नर्स के आरोप आधारहीन पाए गए गत दिनों समीक्षा बैठक में सीएमएचओ ने उसे एपीओ करने का आदेश खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संकेत जैन भिंडर को जारी किया आदेश की पालना में शनिवार को नर्स सिया दुलारी को एपीओ कर उसका मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस कर दिया गया मामले में सीएचसी के प्रभारी अधिकारी डॉ कमल सिंह का कहना है कि नर्स महिला होने का फायदा उठाते हुए दबाव बना कर आए दिन छुट्टियां मांगती थी। साथ ही वह चाहती थी कि उसे रूटीन के काम ही करवाया जाए उसने झूठे आरोप लगाए जिनकी सच्चाई सामने आ गई है।