ग्रीष्म काल का अमृत है गाय की छाछ
गुरला (भीलवाड़ा, राजस्थान/ बद्रीलाल माली) भीलवाड़ा गुर्जर गौड़ ब्राह्मण विकास संस्थान विजय सिऺह पथिक नगर, आरसी व्यास ,संजय कॉलोनी के नि:शुल्क शीतल छाछ वितरण कार्यक्रम में योग शिक्षक दुर्गा लाल जोशी ने बताया कि गाय की छाछ ग्रीष्म काल में अमृत के समान उपयोगी एवं गुणकारी होती है। जीरा ,काला नमक ,पोदीना मिलाकर तैयार की गई 51 लीटर शीतल मसाला छाछ का नि:शुल्क वितरण संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य गणपत शर्मा, प्रभाकर चतुर्वेदी, दुर्गा लाल जोशी उदय लाल शर्मा, मनीष मिश्रा, शंकर लाल चाष्टा, नवीन शर्मा, प्रेम शंकर जोशी , शंकर लाल शर्मा, द्वारा प्राइवेट बस स्टैंड पर यात्रियों ,राहगीरोऺ व जनसाधारण को किया।इस अवसर पर छाछ को उपयोगी बताते हुए, सहायक लीडर ट्रेनर (स्काउट) प्रेम शंकर जोशी ने बताया कि गाय की छाछ शरीर को ठंडक पहुंचाने वाली ,भोजन को पचाने में सहायक तथा पाचन तंत्र की बीमारियों के लिए फायदेकारी एंव पित्त रोगों में लाभकारी होती है । पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण उपवास में उपयोग करने से कमजोरी नहीं आती है। ग्रीष्म काल में अधिक से अधिक छाछ के सेवन से शरीर निरोगी होता है।