राजगढ के कांदोली गांव में नुक्ता प्रथा (मृत्यु भोज) पूर्ण रूप से बंद करने का लिया निर्णय
रैणी (अलवर, राजस्थान/ महेश चन्द मीना) अलवर के राजगढ़ उपखंड क्षेत्र के ग्राम कांदोली में शुक्रवार को ठाकुर जी के मंदिर पर रामकिशोर पटेल की अध्यक्षता में कांदोली ग्राम वासियों की एक मीटिंग आयोजित हुई। राष्ट्रीय मानव अधिकार भ्रष्टाचार निवारण के जयपूर संभाग संयोजक प्यारे लाल मीणा सर्व समाज हेल्प टीम के सदस्य हंसराज ने बताया कि मीटिंग में गांव के विकास के बारे में चर्चा हुई जिसमे शिक्षा , चिकित्सा सुविधाओं पर अधिक जोर देने पर चर्चा हुई साथ में ग्रामवासियों ने सर्व समाज में वर्षों से चली आ रही मृत्यु भोज कुप्रथा को रोकने का प्रस्ताव रखा जिसमें उपस्थित सभी पंच पटेलों के साथ सभी ग्रामवासियों ने इस कुप्रथा को रोकने का समर्थन किया इसके बाद सभी ग्राम वासियों ने पंच पटेलों ने लिखित में प्रस्ताव लिया और निर्णय लिया कि आज के बाद कांदोली गांव में किसी भी समाज का कोई भी परिवार नुक्ता (मृत्यु भोज) नहीं करेंगे।
इस निर्णय का सभी गांव वालों ने समर्थन किया अगर ग्रामवासियों के निर्णय का कोई उलंघन करेगा तो पहले तो उस परिवार को समझाएंगे फिर भी नहीं मानेगा तो पूरा गांव मृत्यु भोज का बहिष्कार करेंगे कोई भी जिमने नहीं जाएंगा राज सरकार के अधिनियम का पालन करेंगे और जो परिवार नहीं मानेगा तो प्रशासन सरकार को सुचित करके कानुनी कार्रवाई कराएंगे और कहा अगर जो नुक्ता में पैसा खर्च होते हैं उन पैसों को भामाशाह के रूप में पूरे गांव के लिए सामाजिक कार्य में लगा सकते है तथा शिक्षा के मंदिर में विधार्थियों के लिए कमरा निर्माण , लाईब्रेरी , विद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए कुर्सी टेबल आदि सामाजिक कार्य में पैसा लगा सकता है जो सैकड़ो वर्षों तक याद किया जाएगा इस मौके पर उपस्थित मेम्बर रामकिशोर पटेल , रामस्वरूप पटेल , रामस्वरुप कांकरवाल , ख्याली राम , प्यारेलाल , बनवारी लाल , रमेश चंद , राजाराम, हँसराज, अमीचंद मीना, हरिओम , जलधारी, रूपसिंह, विश्राम, हरिनारायण शर्मा, कालूराम , घमसी राम , गोकुल राम व कांदोली सहायता समूह के सदस्य सहित अनेक गणमान्य ग्रामवासी उपस्थित थे। मिडिया को यह सारी जानकारी प्यारेलाल मीना (राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार निवारण भारत संगठन) के द्वारा और प्रकाश भाबला दुब्बी के द्वारा दी गई है।