जागीरदावांला श्रीमद्भागवत कथा में प्रहलाद चरित्र का वर्णन
उदयपुरवाटी / चंंवरा (सुमेर सिंह राव)
उदयपुरवाटी क्षेत्र के गुड़ा ढहर ग्राम पंचायत के जागीरदावांला की ढाणी के नवनिर्मित राधा गोविंद मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास अशोक पारीक भैया द्वारा प्रह्लाद चरित्र का वर्णन किया गया। जो भक्ति के 9 प्रकारों में स्मरण भक्ति का आदर्श है। कथावाचक ने कहा भगवान को याद करते रहिए क्योंकि परमात्मा को याद करने के लिए कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ता। पूजा करनी हो तो भी पूजन सामग्री पास में चाहिए, कीर्तन करना हो तो साज-बाज चाहिए, कथा सुननी हो तो पूरी व्यवस्था करनी होती है,
परंतु उस परमात्मा को याद करने के लिए बस मन की आवश्यकता है। इसलिए निरंतर दीनदयाल का स्मरण करते रहिए। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार प्रह्लाद भक्त ने राम नाम की रट लगा कर परमात्मा की प्राप्ति कर भवसागर से बाहर हो गए। कथा समाप्ति पर खूब आनंद के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। गौरतलब है कि पिता की याद में पुत्रों द्वारा भव्य राधा गोविंद मंदिर का निर्माण करवाया गया है। जिसमें पिछले 21 जून से लगातार धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान रामनिवास शास्त्री नवलगढ़, रमेश शर्मा, उमेश शर्मा, सुभाष, दिनेश, सुरेंद्र शर्मा, पंकज, राहुल, भरत, हर्ष, बिट्टू, कृष्णा, विकास, मनोहर लाल, रामसिंह शेखावत पूर्व सरपंच गुड़ा सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।