वनों का विकास पर्यावरण के लिए जरूरी- मीणा
थानागाजी, / अलवर :- विश्व पर्यावरण दिवस पर एल पी एस विकास संस्थान द्वारा एक पृथ्वी थीम को लेकर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्य क्रम की अध्यक्षता युवा क्रांतिकारी राकेश दायमा बानसूर ने की तथा मुख्य अतिथि युवा व्यंग्यकार मोहन लाल मौर्य, प्रोफेसर राम प्रताप मीणा, प्रो. बुद्धा लाल मीणा रहें।
संस्थान के प्रकृति प्रेमी व पर्यावरणविद् राम भरोस मीणा ने कहा कि बिगड़ते पारिस्थितिकी तंत्र से ग्लोब वार्मिंग बड़ती जा रही है इस रोकने के लिए हमें वनों का संरक्षण बहुत जरूरी है। आज हमें प्रत्येक नागरिक को जागरूक करने की आवश्यकता है, इन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति, समाज की विचारधाराओं में पर्यावरण को लेकर जो हास हुआ उसे पुनः बनाने का प्रयास समाज सरकार समाजिक कार्यकर्ताओं, संगठनों को करना होगा जिससे पर्यावरण बच सकें। युवा व्यंग्यकार मोहन लाल मौर्य ने अपने शब्दो में कहां की आज नीर, नारी, नदी, के साथ हमारी धरती की पर्यावरणीय स्थिति बड़ी नाजुक बनीं है, हम इसे विनाश से बचाते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।
इस कार्यक्रम के तहत संस्थान परिसर में इक्यावन पौधे लगाए गए तथा कार्यक्रम के तहत समाज सेवी दिन दयाल प्रजापत, , वरिष्ठ अध्यापक रघुवीर प्रसाद मीणा, चंद्रकला जांगिड़, सीमा मीणा, सुनिता जांगिड़, सोनू प्रजापत ने अपने विचार व्यक्त किए तथा सभी ने अपने हाथों वृक्षारोपण पर पृथ्वी को बचाने का संकल्प लिया।