डॉ अनुराग शर्मा होंगे राज्य स्तर पर होंगे पुरस्कृत: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में दी उल्लेखनीय सेवाएँ
भीलवाड़ा (राजस्थान/ राजकुमार गोयल) भीलवाड़ा. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बापू नगर के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ अनुराग शर्मा चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए 6 फरवरी को राज्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण संस्थान झालाना डूंगरी जयपुर में आयोजित होने वाले समारोह में सम्मानित होंगे। डॉ. शर्मा को वर्ष 2021-22 में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दौरान सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए राज्य स्तरीय iPLEDGE FOR 9 अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। प्रतिमाह 9 तारीख को आयोजित होने वाले सुरक्षित मातृत्व अभियान में डॉ अनुराग शर्मा के नेतृत्व में बापू नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की उल्लेखनीय उपलब्धियाँ रही है
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर हो रही निःशुल्क जाँचें और उपचार- शहर के बापूनगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिमाह 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर गर्भवती महिलाओं की जाँच और उपचार प्रभावी तरीके से वृहत स्तर पर किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबीन, ब्लड ग्रुप, सिफलिस, एचआईवी, हैपेटाइटिस बी, ब्लड शुगर, यूरीन एल्बुमिन शुगर, यूरीन प्रेग्नेंसी टेस्ट, बीपी, वजन, ऊंचाई आदि जाँचने के साथ-साथ आयरन, फॉलिक एसिड, कैल्शियम, कृमि निवारण हेतु एल्बेंडाजोल टेबलेट भी वितरित की जाती है। गर्भवतियों को पोषण, आहार, संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन आदि जानकारी भी दी जाती है।
वर्ष 2021-22 में 1711 गर्भवती महिलाएँ हुईं लाभान्वित- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिमाह लगभग दो सौ गर्भवती महिलाएँ जाँचों और उपचार से लाभान्वित होती हैं। कोविड के कारण मई 2021 में शिविर न लगने से 11 माह में कुल 1711 गर्भवती महिलाएँ लाभान्वित हुईं।
भामाशाहों को प्रेरित कर होता है फल वितरण- इस दिवस पर प्रतिमाह अस्पताल प्रबंधन द्वारा भामाशाहों को प्रेरित कर गर्भवती महिलाओं को फल, गुड़, चने, मिठाई आदि का वितरण करवाया जाता है।
स्टाफ और सुविधाओं की कमी के बावजूद व्यवस्थित आयोजन- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक चिकित्सक, तीन एएनएम कार्यरत हैं। एएनएम के दो पद रिक्त हैं। वहीं द्वितीय श्रेणी नर्स और फार्मासिस्ट के तो पद ही स्वीकृत नहीं हैं। भवन पुराना होने से मरम्मत की आवश्यकता है। इन सबके बावजूद मातृत्व दिवस पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक व्यवस्थित जाँचें और उपचार किया जाता है।
हर पाँच मिनट में हो रही गर्भवती महिला की मौत को रोकना जरूरी- चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग शर्मा ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती महिला स्वयं स्वस्थ रहकर स्वस्थ बच्चे को जन्म दे, इसके लिए खतरे के लक्षणों की गर्भावस्था की प्रारंभिक अवस्था में पहचान कर समय पर उपचार करना जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार गर्भावस्था के दौरान और बच्चे के जन्म के समय हर पांच मिनट पर एक भारतीय मां की मौत होती है। हर साल बच्चे के जन्म से जुड़ी 5 लाख 29 हजार महिलाओं की मौत होती है। उनमें 1 लाख 36 हजार यानी 25.7 फीसदी अकेले भारत में होती है। मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में यह योजना एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है।