सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. सीमा कॉल सिंह को किया गया सम्मानित
जोधपुर (राजस्थान/ राजकुमार गोयल/ पंकज आडवाणी) डॉ. सीमा कॉल सिंह को एमबीएम विश्वविद्यालय द्वारा समाज में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। ज्ञात रहे कि डॉ. सिंह वर्तमान में संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड), स्थाई समिति जल संसाधन के निदेशक पद पर अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रही है। संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान का मुख्य उद्देश्य नवआगंतुक जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देकर संसदीय कार्यप्रणाली, परंपराओं, नियमों आदि के संदर्भ में समझाना एवं विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराना कि जनप्रतिनिधि किस प्रकार से संसदीय नियमों एवं परंपराओं की अनुपालना कर संसदीय लोकतंत्र को मजबूत कर सकते है। आर्किटेक्ट साजिद ने बताया कि डॉ.सिंह को संसदीय शोध एवं प्रशिक्षण में करीब तीस वर्ष का अनुभव है। साथ ही डॉ. सिंह करीब सत्रह देशों के संसदीय लोकतंत्र की कार्यप्रणाली को भी उन्होंने नजदीक से पढ़ा एवं समझा है और उन देशों के जनप्रतिनिधियों को प्रषिक्षण देने में भी डाक्टर कॉल कि महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
उनके इस अनुभव को देखते हुए एवं उनके इस अनुभव का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचे इस हेतु लोकसभा द्वारा शुरू किए गए पंचायती राज सिस्टम के प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रभार भी इन्हें ही सौंपा गया है।अपनी इस नवीन जिम्मेदारी को पूरी करते हुए एवं अपने अनुभव का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने हेतु सिंह द्वारा अब तक 17 प्रदेशों में पंचायती राज सिस्टम के प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण किया जा चुके है एवं अन्य राज्यों में अनवरत जारी है। डॉ. सिंह संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण के साथ-साथ समूचे भारत में ख्याति प्राप्त चेहरा है। एमबीएम विश्वविद्यालय के कुलपति अजय शर्मा ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि बात डॉ. सिंह को सम्मानित करने का सुअवसर हमे प्राप्त हुआ है और इन्हें सम्मानित करते हुए हम बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे है। समारोह के दौरान प्रोफेसर कमलेश कुमार, पूर्व छात्र भंवरलाल मोहता, कुशल गुप्ता, रोबिन सिंह, विवेक शर्मा, आबिद खान सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।