झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ औषधि नियंत्रक व चिकित्सा विभाग की कार्यवाही: बिना डिग्री इलाज कर रहे बंगाली डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज
नैनवा ( बूंदी, राजस्थान/ राकेश नामा) बूंदी जिले के नैनवा उपखंड मे पिपलिया गांव मे बंगाली डॉक्टर मणि शंकर तरफदार के द्वारा मगंलवार को मरीज छोटी बाई को एक इंजेक्शन लगाया गया जिससे उसकी आधे घंटे पश्चात ही मौत हो गई जिस पर बुधवार को औषधि नियंत्रक अधिकारी बूंदी रोहिताश नागर एवं उमेश मुखीजा व तलवास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी रघुनंदन मीणा एवं ब्लॉक सीएमएचओ डॉक्टर लक्ष्मी प्रकाश नागर तथा देई थाने के ए एस आई रमेश कुमार द्वारा झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक में आधुनिक चिकित्सा पद्धति अधिनियम के तहत अवैध रूप से प्रैक्टिस करने से संबंधित उपकरण व उपयोग में ली गई एलोपैथिक औषधियां पाई गई जिनको आधुनिक चिकित्सा पद्धति अधिनियम एवं औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के तहत जप्त कर मौके पर उक्त बंगाली डॉक्टर के पास किसी प्रकार की चिकित्सा अभ्यास करने से संबंधित कोई डिग्री नहीं पाई गई एवं उसके द्वारा किसी प्रकार का कोई भी सर्टिफिकेट प्रस्तुत नहीं किया गया जिसकी वजह से उक्त बंगाली डॉक्टर के खिलाफ देई थाने में अवैध रूप से चिकित्सा अभ्यास करने संबंधित प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई गई
रोहिताश नागर (औषधि नियंत्रक अधिकारी बूंदी) का कहना कि :; जिले में अवैध चिकित्सा अभ्यास करने वाले झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी , जिससे भोली भली ग्रामीण जनता के स्वास्थ्य के खिलाफ खिलवाड़ नहीं कर सकेंगे