शिक्षा विभाग में आदेशों की अवहेलना के चलते अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था चरमराई

अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में द्वितीय श्रेणी शिक्षको की पोस्टिंग आदेशों के अभाव अधर झूल में, फसे शिक्षक

Aug 11, 2022 - 04:22
Aug 11, 2022 - 04:23
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शिक्षा विभाग में आदेशों की अवहेलना के चलते अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था चरमराई

गत एक सप्ताह पूर्व, 3 जुलाई को इन इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रिंसिपल को नियुक्ति दी गई,, जिस पर काफ़ी स्कूल में ज्वाइनिंग भी हो चूंकि थी लेकिन तत्काल प्रभाव से 5 जुलाई को उक्त आदेश को स्थगित कर पुनः उनको पूर्ववर्ती स्कूल में कार्यग्रहण करवाया गया। उक्त आदेश भी अधर झूल में अटके है।

जयपुर:: -  राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेश में  222 विद्यालयों को हिंदी मीडियम से इंग्लिश मीडियम में निम्न आदेश क्रमांक :-म, -4(15), शिक्षा -1 /2021, पार्ट जयपुर दिनांक 24/3/2022 को परिवर्तित किया गया। 
शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, राजस्थान, बीकानेर के आदेश क्रमांक शिक्षा -1 /2021 पार्ट जयपुर, दिनांक :-28/4/2022 एवं कार्यालय का समसंख्यक पत्रांक :-03, दिनांक :-29/4/2022 से उक्त विद्यालय इंग्लिश मीडियम में परिवर्तित किये गये है। 
शिक्षा विभाग द्वारा हिंदी माध्यम के विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित करने के बाद अभी तक कई  समस्याओं के कारण से पढ़ाई व्यवस्था एवं प्रशासनिक स्तर  पर अब  तक कई  अनियमितता का सामना करना पड़ रहा है।  

द्वितीय श्रेणी के शिक्षको के  आदेश के अभाव में अटके

माननीय निदेशालय शिक्षा विभाग द्वारा 30 जुलाई 2022 में लेवल प्रथम एवं लेवल द्वितीय  के साथ की ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से द्वित्तीय श्रेणी के शिक्षकों की काउंसलिंग भी हो चुकी थी। विभाग द्वारा लेवल प्रथम  एवम लेवल द्वितीय को  आदेश जारी कर पदस्थापन कर दिया ।  लेकिन शिक्षा विभाग के  द्वितीय श्रेणी के शिक्षको के ज्वाइनिंग आदेश के अभाव में आज भी पदस्थापन की व्यवस्था अटकी हुई है  । जिसके चलते प्रदेश के इंग्लिश माध्यम के विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था चरमरा रही है जिसका नुकसान विद्यार्थी एवं अभिभावक भुगत रहे हैं। 

रिलीविंग ऑर्डर  के बाद भी जड़े जमाए बैठे हैं हिंदी माध्यम के शिक्षक

सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम के स्कूल परिवर्तन के बाद हिंदी मध्यम के लेवल प्रथम के तमाम स्टाफ  को उनका चार्ज अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों को देने का 12 जुलाई 2022 को आदेश जारी कर दिया। लेकिन प्रदेश में कई हिंदी माध्यम के स्कूलों का अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में परिवर्तन के बाद भी  हिंदी माध्यम के शिक्षक अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों को चार्ज हैंड ओवर नहीं कर  रहे हैं।  वही अभी तक अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में जड़े जमाए हुए है और  कार्यमुक्त नहीं हुए हैं। जिससे स्कूलों की  शिक्षा व्यवस्था एवम प्रशासनिक व्यवस्था  अधरझूल में है । 
शिक्षा निदेशक बीकानेर द्वारा तीन वर्ष पूर्व जारी आदेश के अनुसार विद्यालयों में प्रधानाचार्य  पद रिक्त होने पर व्याख्याता को चार्ज  दिया जाता है, वही व्याख्यता पद रिक्तता पर द्वितीय श्रेणी के शिक्षक को सौपा जाता है, द्वितीय  श्रेणी के शिक्षक का पद रिक्त होने पर लेवल -2 शिक्षक को और इसके अभाव में लेवल -1 के वरिष्ठ अध्यापक को दिया जाना आदेशित है! लेकिन प्रदेश  के कई सरकारी स्कूलों में इन आदेशो की धज्जियां उड़ती  नजर आ रही है। 
हिंदी मीडियम के पूर्व इंचार्ज द्वारा ना तो इंग्लिश मीडियम को चार्ज सौंपा गया और ना ही इंग्लिश मीडियम की कक्षाओं का शैक्षणिक कार्य का टाइम टेबल बनाया गया हैँ ! जबकि अगस्त के मध्य सप्ताह में इंग्लिश मीडियम के टेस्ट आयोजित हैँ !  सीनियर स्कूल का इंचार्ज लेवल -1 के शिक्षक मनमर्जी से ही संचालन कर रहे है। अनेकों इंग्लिश मीडियम विद्यालयों का विरोध वो अध्यापक अभिभावको को गुमराह कर करवा रहें हैं, जो पंद्रह बीस साल से एक ही विद्यालय मेंबड़े शहरों, घरों के पास कार्यरत है तथा उनको अब पच्चास से सौ किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा या फिर विरोधी राजनैतिक दल में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

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