काननू की धज्जीया उडाते डग्गेमार वाहन: रूट बदलकर चल रही हेै बसे, कार्यवाही के अभाव मे बेेैखोफ अवैध वाहन संचालक
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान/भगवान) पहाडी उपखण्ड के मेवात क्षेत्र मेें अवेैध रूप से चलने वाले निजी वाहन काननू की धज्जियॉ उडाकर यात्री की जान जोखिम में डालकर बेखौफ संचालित है। जो यात्री से निर्धारित किराये से अधिक किराया बसूल रहे है। रोडवेज के अभाव मे आमजन जोखिम भरी यात्रा करने का मजबूर है।
कामां, नगर, फिरोजपुर झिरका, जुरहरा जाने वाले मार्गो परपरिवहन विभाग के नियमो की धज्जियॉ उडाकर क्षमता से अधिक भर कर सरपट दौड लगाते वाहन दुर्धटना का खुना न्योैता दे रहे है। क्षेत्र को ऐसा कोई मार्ग दिखाई नही देता है। जहॅा डग्गेमार वाहना को संचालन नही हो रहा है। यहॉ तक परमिट की बसे भी रूट बदलकर चल रही है। कुछ बसे एसी भी है जिनके परमिट से लेकर फिटनेश तक नही कराए गए है। जो नियम से अधिक चक्कर लगा रही है। निजी बसो की छतो पर, टैम्पू, पिकअपो मे यात्रीजान जोखिम डालकर यात्रा कर ने को मजबूर है। जिससे हर समय दुर्धटना का अदेशा बना रहता है।
इन प्राइवेट वाहनो मे निर्धारित किराऐ से अधिक किराया बसूल किया जा रहा है। केई वाहनो का फिटनेश से लेकर इश्योरेन्स तक नही है। जो सीना तान कर चल रहे। कार्यवाही के नाम पर परिवहन विभाग के उडन दस्ते भी खाना पूर्ति करते नजर आते है। स्थानिय पुलिस मिली भगत रसूखात के दम पर कार्रवाही करने से कतराती है। कामां जुरहेरा मार्ग पर तो रोडवेज बसो का अभाव बना होने से यात्री को मजबूरन खटारा वाहनो मे लटकर सफर करना पड रहा है।नगर फिरोजपुर , कामां जाने वाले सडक़ पर रोडवेज बसो के आगे डग्गेमार वाहन आगे आगे सवारियॉ लेकर चलते है जिससे रोडवेज निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पडता है।सूत्रो के माने तो प्राइवेट डग्गेमार वाहनो के खिलाफ यदि पुलिस कार्रवाही करती है तो चालक परिचालक राजनेता से बात करने की कहकर दबाब बनाते है आखिर पुलिस को दबाब मे बिना कार्रवाही गाडी छोडनी पडती है। क्षेत्र बिना रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखे वाहनो की बाढ आ गई है जो प्रेसर हॉर्न बजाते तेज गति से दोडते नजर आते है। जो बडे हादसे को निमंत्रण दे रह है।
सतीश चौेधरी (जिला परिवहन अधिकारी भरतपुर ) का कहना है कि- पहले भी शिकायत मिलने पर कार्रवाही की थी। अब रेगूलर कार्रवाही की जावेगी।