सरकार के आदेश के बावजूद भी कच्ची बस्तियों को नहीं मिला पट्टा:मांग को लेकर दिया ज्ञापन
भीलवाड़ा कच्ची बस्ती विकास मंच ने पट्टे जारी करने की मांग को लेकर दिया ज्ञापन-सरकार के आदेश के बावजूद भी कच्ची बस्तियों को नहीं मिला पट्टा।
भीलवाड़ा: राजकुमार गोयल
भीलवाड़ा कच्ची बस्ती विकास मंच ने आज जिला अध्यक्ष गोवर्धन सिंह कटार के नेतृत्व में जिलाधीश महोदय के नाम ज्ञापन देकर मांग की है कि सरकार के आदेश के बावजूद भी जिला प्रशासन व अधिकारियों की लापरवाही के चलते भीलवाड़ा की कच्ची बस्तियों को एक भी पट्टा जारी नहीं किया गया जिस को लेकर कच्ची बस्तियों में रहने वाले हजारों लोगों के मन में आक्रोश है कि हम गरीब वंचित परिवारों को पट्टा नहीं दिया जा रहा है जबकि मुख्यमंत्री महोदय ने गरीब आमजन के लिए आदेश जारी कर कच्ची बस्तियों को प्रशासन शहरों के संग कार्यक्रम में पट्टा जारी करने का आदेश दिया है।
भीलवाड़ा कच्ची बस्ती विकास मंच के जिला अध्यक्ष गोवर्धन सिंह कटार ने मांग की है कि जल्द से जल्द गरीब नोटिफाइड कच्ची बस्तियों व अन्य कच्ची बस्तियों में पट्टे जारी किए जावे नहीं तो उनका संगठन गरीबों के हक के लिए उग्र आंदोलन ,धरना प्रदर्शन करेगा। उन्होंने बताया कि शहर की मजिस्ट्रेट कॉलोनी कच्ची बस्ती, श्याम नगर कच्ची बस्ती, भट्टा कच्ची बस्ती, हिना कच्ची बस्ती, बालाजी खेड़ा कच्ची बस्ती, फकीर कच्ची बस्ती पुर, वाल्मीकि कच्ची बस्ती पुर, राधे नगर कच्ची बस्ती गांव खेड़ा कच्ची बस्ती, सांवरिया कच्ची बस्ती, कीर खेड़ा कच्ची बस्ती, मारुति कॉलोनी कच्ची बस्ती एवं अन्य सभी कच्ची बस्तियों में प्रशासन द्वारा अब तक पट्टे जारी नहीं किए गए।
ज्ञापन देते समय राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बालू सिंह जाला , जिला अध्यक्ष एवं भीलवाड़ा कच्ची बस्ती विकास मंच के जिला संगठन मंत्री रतनलाल आचार्य, संघर्ष सेवा समिति पुर के अध्यक्ष छोटू लाल अटारिया , भीलवाड़ा कच्ची बस्ती विकास मंच के जिला महामंत्री दिनेश छिपा, कोषाध्यक्ष विजय सिंह पवार, जिला संगठन मंत्री कच्ची बस्ती विकास मंच रतनलाल आचार्य,उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, जिला मंत्री सांवरमल रेगर, उपाध्यक्ष कल्याणमल बेरवा, अभिषेक जोशी, बाबूलाल, सांवरमल नुवाल, रतन बेरवा , दुर्गा सिंह, बद्रीलाल,, शांति देवी रेगर, मंजू देवी, देबू कवर, अनु बेरवा, शारदा देवी, सहित शहर की कच्ची बस्तियों से सैकड़ों महिला व पुरुष मौजूद रहे।