7.39 करोड़ के गंगापुर व शाहपुरा में एफएसटीपी कार्य फाइनल: मलमूत्र से बनेगी खाद, वर्क फाइनलाइजेशन कमेटी में लगी मुहर
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) राजस्थान शहरी आधारभूत परियोजना (आरयूआईडीपी) के चौथे चरण के तहत गंगापुर व शाहपुरा कर में 7.39 करोड़ रुपए की लागत से फिकल स्लम सीवरेज ट्रीटमेंट (एफएसटीपी) बनाए जाएंगे। वहां मलमूत्र से खाद बनाई जाएगी। दोनों जगह के कामों को हाल ही स्टेट लेवल वर्क फइनलाइजेशन कमेटी (डब्ल्यूएफसी) ने मंजूरी दे दी। अब जल्द ही ठेकेदार को निर्माण का वर्कऑर्डर दे दिया जाएगा। डब्ल्यूएफसी की वर्चुअल मीटिंग के जरिये शासन सचिव जोगाराम की अध्यक्षता में हुई थी। इसमें जिला मुख्यालय से जिला कलेक्टर, संबंधित नगर निकाय के अधिशासी अधिकारी तथा आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियंता जुड़े थे।
मीटिंग में विस्तृत चर्चा के बाद गंगापुर शाहपुरा में बनने वाले एफएसटीपी के कार्यों को स्वीकृति दे दी गई। टेंडर + पहले ही हो चुके है। वर्कऑर्डर जारी होते ही ठेकेदार निर्माण कार्य शुरू कर देगा| शाहपुरा में सिटी से लगभग तीन किमी दूर 4.25 करोड़ की लागत से बनने वाले एफएसटीपी की क्षमता प्रतिदिन 12 किलोलीटर रहेगी। यह कस्बे की वर्ष 2032 की आबादी 36,560 पर आधारित रहेगा। गंगापुर में ट्रेविंग ग्राउंड में एफएसएसटीपी प्लांट दो करोड़ 95 लाख रुपए की लागत से बनेगा। इसको क्षमता प्रतिदिन पांच किलोलीटर रहेगी। यह 23:400 की आबादी पर आधारित है। उधर, मांडलगढ़ आसीद गुलाबपुरा में एफएसटीपी के निर्माण की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट है। इन कस्बों में भी प्लांट का निर्माण शुरू कर पूर्ण कर लेने का लक्ष्य तय किया गया है।
इसलिए जरूरी मल अपशिष्ट का उचित उपचार की घोषणा की थी।
स्वच्छता का सीधा संबंध मानव स्वास्थ्य से है। यदि मानव मल का प्रबंधन और उपचार ठीक तरीके से नहीं किया जाता है तो यह खाद्य श्रृंखला में शामिल होकर उसे गंभीर रूप से प्रदूषित कर हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
ऐसे करेगा काम एफएसटीपी
घरों के शौचालयों से निकलने वाले मलमूत्र को टैंकर के जरिये फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगाव रसोई का गंदा पानी अभी की तरह नालियों से बाहर आएगा। पांचों कस्बों में नालियां तो रहेगी। प्लांट में स्लज डालने के बाद उसमें मौजूद 95 फीसदी गंदे पानी को अलग किया जाएगा। फिर यह स्लज उपयोगी खाद के रूप में तैयार किया जा सकेगा।
सीएम ने की थी बजट घोषणा
एशियन डलपमेंट बैंक के सहयोग से प्रदेश में 18 शहरों में सेप्टिक टैंकले घर एफएसटीपी प्लांट स्थापित करने की घोषणा वर्ष 2019-20 में की थी। इसमें शाहपुरा व गंगापुर को शामिल किया गया। वर्ष 2019 20 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में मांडलगढ़ आसीद व गुलाबपुरा एफएसटीपी निर्माण को घोषणा की थी।
सूर्यप्रकाश संचेती (एसई,आरयूआईडीपी) कहना है कि शाहपुरा, गंगापुर में एफएसटीपी के वर्क स्टेल लेवल वर्क फइनलाइजेशन कमेटी में फइनल हो चुके है। संबंधित ठेकेदार को जल्द ही वर्क आर्डर जारी कर रहे है। आसीद मांडलगढ़ व गुलाबपुरा के एफएसटीपी की डीपीआर अंतिम चरण में है। सभी प्लाट में मल मूत्र से खाद बनाई जाएगी।