रामगढ़ में किसानों ने चंबल के पानी की मांग को लेकर निकाली किसान रैली
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान/ अमित भारद्वाज) भारतीय किसान यूनियन चढूनी के बैनर तले पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना से छूटे नदी नालों और बांधो को जुड़वाने के लिए रामगढ़ किसान रैली का आयोजन किया गया जिसमे दर्जनों गावों के सैकड़ों किसान ट्रेक्टर, गाड़ी और मोटरसाइकिल के साथ शामिल हुए। रैली भावसिद्ध मंदिर से शुरू होकर तहसील मंच पर सभा के साथ समाप्त हुई किसान रैली को भीम आर्मी का भी समर्थन रहा। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए विरेंद्र मोर, कोमल सरपंच, सोहन सिंह, महेंद्र चौधरी के कहा की 2017 में बनी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना की डीपीआर में अलवर जिले का सारा पानी डीएमआईसी इंडस्ट्रीज रीको औद्योगिक क्षेत्र के लिए प्रस्तावित किया गया है लेकिन लेकिन चंबल के पानी पर पहला हक किसान का है क्षेत्र के किसान लगातार आंदोलन कर रहे हे लेकिन सरकारों का कोई सकारात्मक रुख नही है राज्य सरकार ने हाल के बजट ईआरसीपी के बजट जारी तो लेकिन छूटे नदी नालों बांधो को नही जोड़ा गया है 2017 में ईआरसीपी का बजट 40 हजार करोड़ था लेकिन सरकारों की अड़ियल रवैया की वजह से आज यह प्रोजेक्ट 70 हजार करोड़ का हो चुका है अगर राज्य सरकार डीपीआर में संशोधन कर ईआरसीपी से छूटे नदी नालों बांधो को जोड़े और केंद्र सरकार राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर के जल्दी से जल्दी नहरी पानी किसानों तक पहुंचाए॥ इस दौरान जुम्मा सरपंच, सुरेश वर्मा सरपंच, ताहिर भाई, फकरूदीन, तसलीम खान, मास्टर गुरबचन सिंह, जैसमर सिंह, कैलाश खींची, आसम खान सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे