पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा नेप्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान सरकार पर उठाएं सवाल
अलवर (राजस्थान/ GEN) अलवर में मूक बधिर युवती के साथ हुए जघन्य ने अपराध और तिजारा थाना क्षेत्र में गौवंश के साथ किए गए व्यभिचार को लेकर पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने रामगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कि जिसमें राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे देश में आज महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के मामले में राजस्थान के सभी 33 जिले पहले नंबर पर है और इन 33 जिलों में अलवर जिला प्रथम स्थान पर है। हरियाणा के मेवात क्षेत्र की तरह यहां हर तरह के अपराध हो रहे हैं जैसे टटलू बाजी, साइबर क्राइम, महिलाओं के साथ ज्यादती और अब तो पशुओं के साथ भी व्याभिचार होने लगा है।
अलवर में मूक बधिर युवती के साथ हुए मामले में एसपी और जिला कलेक्टर भी मामले को दुष्कर्म ना मानते हुए एक्सीडेंट बताने से नहीं चूके। और फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री स्वयं भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर चुके हैं इसमें अभी सीबीआई जांच होनी बाकी है लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण के जवाब में स्वयं मुख्यमंत्री ने भी क्लीन चिट दे दी है। इस तरह सीबीआई को जब सबूत ही नहीं मिलेंगे सीबीआई क्या जांच करेंगी। अभी कुछ दिन पहले तिजारा में गोवंश के साथ भी अप्राकृतिक जैसी घटना को अंजाम दिया गया राजस्थान की सरकार और यहां का प्रशासन ऐसे मामलों में क्यों नहीं रोक लगा पा रहा। हमारी सरकार से मांग है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जावे।
सिरस्का में एक महा से गायब टाइगर और बघेरों की हत्या के मामले में कहा कि एक समय ऐसा था जब यहां राजस्थान के सिरस्का और रणथम्बोर में कभी 800 से अधिक शेर,बघेरे वगैहरा जंगली जानवर हुआ करते थे। फिर उसके बाद विलुप्त के कगार पर आ गए जिसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा सरिस्का जंगल के आसपास रहने वाले लोगों के विस्थापन की प्रक्रिया को शुरू किया गया जिसमें कुछ संख्या में लोगों को दूसरी जगह मकान और जमीन आवंटित की गई उसके बाद फिर से सिरस्का में शेर बघेरे वगैरह लाए गए। अब फिर से बघेरों की हत्या के सबूत मिलने लगे हैं एक माह से टाइडर लापता है । इस मामले में वन विभाग के रेंजर और स्थानिय अधिकारी,एसडीएम आदि को सब मालूम है।इसके बावजूद सरकार ने ऐसे अधिकारियों को यहां क्यों बैठा रखा है।