रामगढ उपखण्ड में कोरोना वैक्सीनेशन की द्वितीय डोज में आया फर्जीवाड़ा सामने
एक तरफ कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया मे कितना कोहराम मचाया । कितने ही परिवारों को लील गया। उसके बाद भी चिकित्सा विभाग के कर्मचारी वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़ा करने से बाज नही आ रहे बड़ा सवाल जब लगी नही तो कहा गई कोरोना वेक्सीन
नोगावां ,अलवर , राधेश्याम गेरा
नौगावां ग्राम पंचायत में कोरोना वैक्सीनेशन की द्वितीय डोज में फर्जीवाडे का मामला सामने आया। नौगावां ग्राम पंचायत में 12 वर्ष व 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के पास कोरोना वैक्सीनेशन की दूसरी डोज लगवाए बिना ही वेक्सीन लगवाने के संदेश आ रहे है। जबकि उनका कहना है उनके पास विभाग से ना तो किसी ने सम्पर्क किया और ना ही उन्हें वैक्सीन लगाई। नौगावां के मुकेश तंवर ने बताया कि उनकी माता वीरवती पत्नी हुकूमत की उम्र 45 वर्ष है। उन्हें कोरोना की द्वितीय वेक्सीन लगवाने के लिए राजकीय चिकित्सालय नौगावा से फोन आया था । माता की तबियत ठीक ना होने की वजह से वो जा नही सके और अगले ही दिन उनके मोबाइल पर वैक्सीन लगवाने के संदेश आया। उन्होंने जब अस्पताल जाकर इसकी शिकायत की तो उन्हें वहां से डांट फटकार का भगा दिया गया। नौगावां सरपंच राजीव सैनी ने बताया कि गाँव के कई लोगों ने उनसे शिकायत की है कि उन्हें कोरोना की द्वितीय डोज नही लगी जबकि उनके पास द्वितीय डोज लगने का सन्देश आ गया। उन्होंने बताया कि सब जानते हैं कि ल कोरोना महामारी ने पूरे विश्व मे प्रचंड तांडव मचाया था । कितने ही परिवारों ने अपनो को खोया था। अपनो को खोने का गम वही जानते हैं।
कोरोना वैक्सीन के कारण ही कोरोना पर काबू पाया गया । कोरोना से बचने के लिए कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज लेना जरूरी है। लेकिन नौगावां ग्राम पंचायत में कोरोना वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़ा देखने मे आया है। उन्होने बताया कि फर्जी वैक्सीनेशन की संख्या 1000 से ऊपर हो सकती है। उन्होंने इसको लेकर रामगढ़ उपखंड अधिकारी को लिखित में शिकायत दी है। अगर प्रशासन द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही नही की जाती तो वह मुख्यमंत्री तक इस शिकायत को भिजवाएंगे। लोगों के जीवन के साथ हो रहे खिलवाड़ को कतई बर्दाश्त नही किया जावेगा।
कही लक्ष्य प्राप्ति के लिए तो नही हुआ फर्जवाड़ा:-
वैक्सीनेशन प्रभारी डॉ अम्बिका पटेल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एक ही नंबर से 5 से 6 लोगों का रजिस्ट्रेशन होता है तो स्टाफ की गलती से हो सकता है कि किसी के पास द्वितीय वैक्सीनेशन का सन्देश चला गया हो। बाद में अंबिका पटेल ने 15 से 20 व्यक्तियो के द्वितीय वैक्सीनेशन गलत चढ़ना बताया। जब उनसे पूछा गया कि जब वैक्सीनेशन ही नही हुआ तो बाकी डोज का क्या हुआ? इसका भी कोई सन्तुष्टि पूर्वक जवाब देती नजर नही आई।
एक नंबर से सिर्फ 4 लोगों का ही नंबर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता हैं
ऐसे में सवाल उठता है कि चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़ा क्या आँकडो को प्राप्त करने के लिए किया गया।
भगवान माने जाने वाले चिकिस्तक कैसे छोटे बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर सकते हैं।
रामगढ़ उपखण्ड अधिकारी कैलाश चंद शर्मा ने बीसीएमओ रामगढ़ को इस मामले में जांच कर तुरंत कार्यवाही करने के आदेश दिए