दुनिया को आगे बढ़ाने में बालिकाओं का अहम किरदार: कैलाश सत्यार्थी नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित
थानागाजी (अलवर, राजस्थान/ गोपेश शर्मा) थानागाजी अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कस्बे के बंजारा बस्ती खैटा नारायणपुर में दुनिया के सर्वोच्च पुरुस्कार नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजे गई दो हस्तियां कैलाश सत्यार्थी तथा लाइबेरिया अफ्रीका की लेमाह गोबी व बाल आश्रम संस्थापिका सुमेधा कैलाश मौजूद रहे । इस अवसर पर एक दर्जन से अधिक बंजारा बस्तियों के लोगों ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी का माला व साफा पहनाकर व नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित लेमाह गोभी व बाल आश्रम संस्थापिका सुमेधा कैलाश का माला पहनाकर व चुनरी ओढ़ाकर भव्य स्वागत किया। बंजारा समुदाय के महिला पुरुषो, बालिकाओं तथा कॉलेज की बालिकाओं को संबोधित करते हुए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि दुनिया में किसी भी कार्य को करने के लिए बालिकाएं कम नही है किंतु इनको अवसर प्रदान करने के लिए बड़े लोगो की जिम्मेदारी बनती है। हमारे बीच में ही घुमंतू समुदाय रहा बंजारो के बच्चो को पढ़ाई का अवसर मिलने पर नीमडी की तारा, पूजा जैसे बच्चे विदेशो तक पहुंचकर वहां के प्रतिष्ठित मंच से अपनी बात रखी हैं तथा अभी खुद के बाल विवाह रुकवा कर के उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है।
उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी बालक -बालिकाओं में अंतर नहीं करना चाहिए व बाल विवाह नहीं करना चाहिए । नोबेल शांति पुरस्कार विजेता लाइबेरिया की लेमाह गोबी ने संबोधित करते हुए कहा की मुझे 40 वर्ष की उम्र में नोबल शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ और मुझे यहां आकर बेहद खुशी प्राप्त हुई है की यहां के बच्चे स्वयं अपने अधिकारों की लडाई लड़ रहे है और जिनमें बालिकाएं आगे है और भारत की संस्कृति कुछ हद तक हमारे देश अफ्रीका से मिलती-जुलती है । बाल आश्रम ट्रस्ट की संस्थापिका सुमेधा कैलाश ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी बालिका बालको से पीछे नहीं है सभी अभिभावक इनको समान रूप से अवसर देवें अगर हम बालिकाओं की कद्र नहीं कर सके है तो हमे नवदुर्गा या किसी भी देवी की पूजा करने का कोई अधिकार नही है ईश्वर ने दुनिया को आगे बढ़ाने के लिए बेटियों को चुना है और जब ईश्वर सबसे अधिक खुश होता है तो उस घर में बेटी देता है इसलिए हमें बेटों के साथ साथ बेटियों को समान रूप से आगे बढ़ने का अवसर देना चाहिए। इस दौरान चेंजमेकर अवार्ड से नवाजी गई पायल जांगिड़, तारा बंजारा, पूजा बंजारा , नारायणपुर ग्राम पंचायत सरपंच मन्नी देवी , बाल सरपंच,एक दर्जन से अधिक बंजारा बस्तियों के ग्रामीण व बाल आश्रम ट्रस्ट कार्यकर्ता आदि मौजूद रहे है। कार्यक्रम में मंच संचालन सामाजिक कार्यकर्ता अमित शर्मा ने किया ।