आसमान से बरसा सोना: झमाझम बरसे मेघा
रामगढ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) रामगढ क्षेत्र के रामगढ अलावडा एवं आसपास के क्षेत्र में दोपहर में करीब आधे घंटे अधिक समय तक बरसात हुई। जिससे किसानों को सरसों बुवाई के लिए सिचाई और समय दोनो की बचत हुई है साथ ही बरसात होने से समय पर बुवाई कर सकेंगे। इन दिनों हुई बरसात को किसान आसमान से सोना बरसना मानते हैं।
प्रत्येक गांव में हजारों बीघा में सरसों बुवाई की जाती है। यदि इन दिनों बरसात ना हो तो किसानों को सिचाई कर खेत में नमी बनानी पडती है। जिसमें किसानों का हजारों रू का बिल अथवा डीजल खर्च करने के अलावा किसान प्रतिदिन आधा या एक बीघा सिचाई कर सकते हैं। जिससे समय और धन की हानी उठानी पडती है। बरसात होने से इन सब समस्याओं से निजात मिली है और समय पर बुवाई कर पाऐंगे।
दूसरी तरफ जिन किसानों की बाजरे की फसल कटाई हो चुकी है उनके बाजरा का रंग काला होने से कम दाम मिलेंगे। साथ ही जिन किसानों का नरमा खिला हुआ है वह गिरने से नुकसान उठाना पडेगा। कुल मिलाकर किसानों का नुकसान कम फायदा अधिक होगा ।