ग्रेड 2 टीचर भर्ती पेपर लीक से पूरे प्रदेश में हडकंप: 10-10 लाख मे बिका, 40 से अधिक लोग गिरफ्तार
राजस्थान में पेपर लीक होने की घटनाएं तो पहले भी कई बार सामने आई है लेकिन राजस्थान लोक सेवा आयोग ग्रेड 2 टीचर भर्ती का पेपर आज शनिवार को होना था लेकिन विभाग द्वारा अचानक से निरस्त कर दिया ऐसा इसलिए क्या क्योंकि इस बार भी राजस्थान में पेपर लीक हो चुका था दरअसल एग्जाम का पेपर सड़कों और बसों में पाया गया हम आपको बता दें कि आरपीएससी की परीक्षा के माध्यम से ग्रेड 2 सीनियर टीचर के 9760 पदों पर भर्ती की जानी थी सूत्रों के रिपोर्ट के अनुसार 24 दिसंबर को पहली पारी में लगभग 22356 अभ्यर्थी शामिल होने थे लेकिन पेपर आउट होने की जानकारी पुलिस को पहले ही मिल गई थी जबकि और पेपर आज सुबह 9:00 से जनरल नॉलेज का होना था इस दौरान पुलिस ने नाकेबंदी कर वाहनों की चेकिंग तेजी से शुरू कर दी जालौर से आ रही एक बस को पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोका तो उसके अंदर कुछ छात्र पेपर सॉल्व कर रहे थे जिसकी जानकारी तत्काल प्रभाव से लोक सेवा आयोग को दी गई और परीक्षा निरस्त की गई
वही दोसा के आनंद कुमार गर्ल्स स्कूल के शिक्षक कमलेश कुमार ने कहा कि हमें अपने केंद्र कोड के साथ जीके प्रश्न पत्र का वक्त प्राप्त हुआ जैसे ही वक्त खोला गया तो देखा कि परीक्षा के पेपर में हमारा केंद्र कोड नहीं था जिसकी सूचना हमने तुरंत प्रभाव से जिला प्रशासन को दी और विभाग ने पेपर रद्द कर दिया
पेपर आउट होने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज 24 दिसंबर को 9:00 बजे से 11:00 बजे तक शिक्षक भर्ती के सामान्य ज्ञान परीक्षा को ऐतिहातन निरस्त किया गया है जिससे किसी भी मेहनती युवाओं के साथ अन्याय ना हो, बाकी की परीक्षाएं यथावत जारी रहेगी वहीं उन्होंने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही कर उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाया है अशोक गहलोत ने कहा कि दुर्भाग्य से देशभर में पेपर लीक होने की घटनाएं आ रही है और देशभर में पेपर लीक करने वाले गैंग पनप रही है
मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं परन्तु अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पाल कर आए लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा। राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक मिलेगा। मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने की बजाय आप अपनी तैयारी करें।
2/2 — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 24, 2022
जिससे कई राज्यों में तो जुडिशरी और मिलिट्री तक के पेपर लीक होने की घटनाएं सामने आई हैं लेकिन राजस्थान में सख्त कार्यवाही कर बेईमानों को जेल में बंद किया गया है वही गहलोत ने कहा है कि परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी में महसूस कर सकता हूं परंतु उचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पालकर आयल लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं का ही हक उन्हें मिलेगा मेरी अपील है कि कोई भी किसी भी बहकावे में ना आए और अपनी तैयारी जारी रखें
पेपर लीक से पूरे प्रदेश में हडकंप -
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए 40 अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है पुलिस के मुताबिक पेपर 10-10 लाख में बेचा गया
राजस्थान सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में उदयपुर पुलिस ने बडा खुलासा करते हुए 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी अभ्यर्थी जालौर जिले के रहने वाले हैं. वहीं मास्टर माइंड सुरेश का नाम सामने आ रहा है. इसके अलावा 10-10 लाख रूपए में पेपर के बेचने की बात भी सामने आई है. इधर जिले के बेकरिया कस्बे में हुई कार्यवाही के बाद सभी आरोपियों को पुलिस लाइन लाया गया जहां इनसे आला अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि, चलती बस में 44 छात्र और 7 छात्राएं पेपर सॉल्व करते मिले थे. बताया गया कि पेपर लीक मामले में सरकारी टीचर ही मास्टरमाइंड है. पुलिस ने आरोपी सुरेश विश्नोई को गिरफ्तार कर दिया है.
जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि हमें मुखबिर से सूचना मिली थी कि जो परीक्षा (शिक्षक भर्ती) चल रही है उसमें कुछ लोगों को बस से ले जाया जाएगा और परीक्षा पत्र हल कराया जाएगा. उनका पीछा करके उन लोगों को पकड़ा गया है. इस सूचना पर पुलिस ने इनका पीछा किया तो बेकरिया में जाकर इस कार्यवाही को अंजाम दे सकें. उन्होने बताया कि इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किए गए हैं. उनमें से कुछ ऐसे लोग भी है जो कि सहायता करने के लिए साथ आए थे. वहीं चार लोग इनमें वे शामिल है जो कि पेपर लीक मामले में शामिल हो सकते है
एसपी शर्मा ने बताया कि आज होने वाला सामान्य ज्ञान का यह पेपर मास्टरमाइंड विश्नोई के पास कहां से आया कैसे आया किसने उसको दिया या फिर उसने किससे इस पेपर को खरीदा कितने में खरीदा इसके पीछे किस-किस का हाथ है इस सब गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है और जांच-पड़ताल में और भी खुलासे हो सकते हैं।
खास बात यह है कि इन 40 लोगों में से आधे दर्जन से अधिक युवतिया भी शामिल है. दो से तीन फर्जी कैडिंडेट होने की बात भी सामने आ रही है. एसपी विकास शर्मा ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में 10-10 लाख रूपए के पेपर बिकने की बात सामने आई है. हांलाकि इसकी राशि कम या ज्यादा भी हो सकती है. शर्मा ने कहा कि पेपर लीक से पूरे प्रदेश में हडकंप मच गया है इसलिए गंभीरता से पूरे मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है लेकिन जिस तरह से इतनी संख्या में गिरफ्तारी हुई है उससे यह लगता है कि बहुत बडा गिरोह काम कर रहा है जो कि पेपर लीक कर करोडो नहीं बल्कि अरबों रूपए कमाने की फिराक में है