पटाखे से पोता झुलसा,पोते को दर्द से तड़पता देख सदमे से दादा की मौत
दादा पोता एक कमरे थे जहां पर दादा सोए हुए थे ओर वही पर पोते के हाथ मे पटाखा चल गया। आवाज सुन दादा जागे तो ध्रुव पटाखे की आग में झुलस रहा था और उन्होंने पोते को बचाने का प्रयास किया। इतने में ध्रुव की आवाज सुन घरवाले भी आगे वाले कमरे में पहुंच गए। जैसे-तैसे आग पर काबू पाया।पोते की ये हालत दादा देख नहीं सके और सदमे में उनकी मौत हो गई। पोता 35 प्रतिशत तक झुलस चुका है। उसे जयपुर रेफर किया गया है।
सीकरी, भरतपुर, राजस्थान
भरतपुर के सीकरी कस्बे में दीपावली के त्योहार पर खुशियां मातम में बदल गई जहां पर पोते को बचाने के प्रयास में दादा की मृत्यु हो गई
यह मामला भरतपुर जिले के सीकरी कस्बे का है। जहां पर लिंकन खत्री पिपला माता मंदिर के पास रहता है और अपने सर्वोदय विद्या पीठ स्कूल के सेकेंड फ्लोर पर रहता है सोमवार रात 11 बजे लिंकन खत्री (45) अपनी पत्नी नीलम खत्री (43) और बड़े बेटे ओम खत्री (18) के साथ दूसरे कमरे में थे। लिंकन के 90 साल के पिता मदन लाल और 16 साल का बेटा ध्रुव उर्फ शिवा आगे वाले कमरे में थे। दादा कमरे में ही सो रहे थे
दादा ने पोते को बचाने का किया प्रयास :-
कमरे में ध्रुव के हाथ में अचानक से पटाखा जल गया। आवाज सुन दादा जागे तो ध्रुव पटाखे की आग में झुलस रहा था। दादा उठे और पोते को बचाने का प्रयास किया। इतने में ध्रुव की आवाज सुन घरवाले भी आगे वाले कमरे में पहुंच गए। जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। दादा ने अपने पोते की हालत देखी। वह इसे सह नहीं पाए। वे सदमे में आ गए और वहां अचेत होकर गिर गए। उन्हें सीकरी के हॉस्पिटल में ले जाया गया। यहां उनकी मौत हो गई। लिंकन खत्री ने बताया कि पोते को झुलसी हालत में देखने से मेरे पिता को हार्ट अटैक आ गया था।
बच्चे का जयपुर में चल रहा है इलाज :-
लिंकन खत्री ने बताया कि अचानक पता नहीं क्या हुआ पटाखा फटा है या कोई रॉकेट आया है। इस हादसे में बेटे का हाथ और चेहरा बुरी तरह से झुलस गया। उसे सीकरी हॉस्पिटल ले जाया गया, यहां से उसे अलवर रेफर किया गया। इस हादसे में वह 35 प्रतिशत तक झुलस गया। हालत ज्यादा खराब होने पर उसे जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में रेफर किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।