वर्षों से कार्यरत संविदा नर्सेज के साथ स्वास्थ्य विभाग का सौतेला व्यवहार:राजस्थान संविदा नर्सेज उदयपुर इकाई ने जताया रोष
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया) जहां राजस्थान सरकार महंगाई राहत केंद्र के माध्यम से प्रदेश की जनता को महंगाई के साथ-साथ सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रयासरत है । वहीं कुछ गलत नीतियों के चलते प्रदेश के संविदा नर्सेज के साथ शोषण कर रही है। राज्य सरकार द्वारा हाल ही में जारी आदेश के अनुसार राजस्थान सिविल सर्विस रिवाइज्ड पे नियम 2017 के तहत यूटीबी पर कार्यरत नर्सिंग कर्मियो सहित पैरामेडिकल कर्मियो का मानदेय परमानेंट कार्मिक के बेसिक मानदेय के आधार पर करने का आदेश जारी किया है जिसके तहत यूटीबी नर्सिंग कर्मियों का मासिक मानदेय 37800 रूपए होगा।
लेकिन प्रदेश का एन एच एम संविदा नर्सिंग कर्मी जो वर्षो से विभाग में काम कर रहे हैं उनका मासिक मानदेय बहुत ही कम है जोकि संविदा सेवा नियम 2022 के तहत 18900 के लिए फाइल जारी है। एक ही कैडर के नर्सिंग कर्मियों के मानदेय में इतना बड़ा फेरबदल से प्रदेश के संविदा नर्सेज आहत है। वहीं सरकार की इन नीतियों की वजह से अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है।
हाल ही में राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा 3 जुलाई को जारी आदेश के अनुसार प्रदेश की यूटीवी पर कार्यरत नर्सिंग कर्मियों का मानदेय ₹ 37800 कर दिया है। जोकि परमानेंट नर्सिंग कर्मी का बेसिक मानदेय है। वहीं आगामी यूटीबी भर्ती पर ज्वॉइन करने वाले नर्सिंग कर्मियों का शुरुआती मानदेय भी ₹37800 पर भर्ती निकाली जाएगी। उक्त स्थिति के बाद प्रदेश के एन एच एम संविदा नर्सिंग कर्मी आहत है जो वर्षों से नियमित रूप अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं।
संविदा नर्सेज के साथ सौतेला व्यवहार क्यों ?
राजस्थान संविदा नर्सेज उदयपुर जिला अध्यक्ष संजय मेघवाल बताया की जिला यूनिट संविदा नर्सेज उदयपुर के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उक्त स्थिति को लेकर के स्वास्थ्य विभाग एवं सरकार द्वारा संविदा नर्सेज के साथ सौतेला व्यवहार बताया है। वही इस स्थिति को लेकर के प्रदेश के संविदा नर्सेज नेताओं में दबे पांव विरोध हो रहा है। मेघवाल ने बताया कि इस गलत नीति से विभाग की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उक्त मानदेय में इतने बड़े फेरबदल के कारण से संविदा नर्सेज में रोष व्याप्त है । वही सरकार से जल्द संविदा सेवा नियम 2022 में संशोधन कर संविदा नर्सेज का मानदेय भी 37800 रुपए की मांग की है ।
एनएचएम संविदा नर्सिंग कर्मी लगे परीक्षा देकर:-
प्रदेश के संविदा नर्सेज ने तत्कालीन 2016 में लिखित परीक्षा के आधार पर राजस्थान की मेरिट लिस्ट में चयन होने के बाद राजस्थान के विभिन्न अस्पतालों में संविदा पदों पर सेवाएं दे रहे हैं उसके बावजूद भी उनका मानदेय बहुत ही अल्प होने के कारण से आर्थिक शोषण के शिकार हो रहे हैं। राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा यूटीबी भर्ती एवं यूटीबी पर कार्यरत कार्मिकों का मानदेय 37800 देने पर
राज्य सरकार एवं विभाग से मानदेय समानता की गुहार की है।