समाज कल्याणी मुखी हीरानंद रोघा की पुण्यतिथि पर सौ से अधिक वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान
खैरथल अलवर (हीरालाल भूरानी)
प्रमुख समाज कल्याणी मुखी हीरानंद रोघा की तृतीय पुण्यतिथि पर एक सौ वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया।
नगरपालिका,ग्राम सेवा सहकारी समिति, खैरथल क्रय-विक्रय सहकारी समिति के चेयरमैन रहने सहित सिन्धी समाज के जीवन पर्यन्त मुखी रहे हीरानंद रोघा परोपकार की भावना के कारण सभी समाजों में लोकप्रिय रहे।
उनकी तृतीय पुण्यतिथि पर गुरु ध्यानगिरी सेवा समिति (रजि.) के द्वारा झूलेलाल मंदिर परिसर में वरिष्ठ नागरिक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में झूलेलाल मंदिर के महंत शीतलदास लालवानी, इस्माइलपुर दरबार के संत शिरोमणि कल्याण सांई, प्रेमप्रकाश आश्रम के स्थानीय संत हरी सांई, पूज्य सिन्धी पंचायत खैरथल के अध्यक्ष मुखी मनोहर लाल रोघा, कार्यवाहक मुखी टीकम दास मूरजानी, खैरथल टाऊन के मुखी दिनेश रामेजा, वरिष्ठ समाजसेवी गोबिंद चचलानी, स्वामी लीलाशाह धर्मार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष वासदेव दासवानी और नगरपालिका के चेयरमैन हरीश रोघा मंचासीनअतिथि रहे।
संत शिरोमणि कल्याण सांई द्वारा सत्संग एवं प्रवचन देते हुए जीवन में माता पिता की महिमा का गुणगान किया।भगत चतुर ज्ञानवानी व दीपक लखवानी द्वारा भक्तिगीत की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर एसपी गोबिंद राम मंगलानी वह वरिष्ठ पत्रकार प्रहलाद मंगलानी ने हीरानंद रोघा के संस्मरणों पर प्रकाश डालते हुए खैरथल के विकास एवं समाज के उत्थान में उनकी अहम भूमिका की विस्तृत जानकारी दी।
प्रारंभ में अध्यक्ष व संयोजक गोबिंद रोघा ने अतिथियों के सानिध्य में दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर खैरथल के संत कंवर राम धर्मार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद वलेचा, गोपीराम कौशलानी,संचालक महेश आडतानी,अशोक चचलानी,बाबू गोरवानी,लजपत निहलानी,,नवल लखानी,पिकु आड़तानी,संजय गंगवानी ,नंदलाल हरीश जयवानी, धर्मदास बचानी, आतुमल, भोजराज, नत्थू मखीजा, नरू भाई, चत्तर भाई, हरीश शर्मा, दिलीप वलेचा, किशन बचानी सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य एवं प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे।
यहां सिन्धी समाज में पहली बार 80वर्षायु से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किये जाने का आयोजन होने से समाज के लोगों ने हर्ष व्यक्त करते हुए आयोजकों को बधाई दी। सम्मानित होने वालों में कुछ ऐसे भी प्रोढ थे जो आठ दस वर्षों से घर के बाहर नहीं दिखाई दिए थे। इनमें कुछ वरिष्ठ अपने जीवनसाथी के साथ थे उन्हे सालगिरह मुबारकबाद देते हुए मित्रों ने झूमने पर मजबूर कर दिया। मंच संचालन महेश गुरुजी ने किया।