बिना मास्टर जी के बच्चों को कैसे मिलेगा ज्ञान:प्रधानाचार्य सहित व्याख्याताओं के रिक्त पद भरने की मांग
गोलाकाबास,अलवर(रितीक शर्मा)
गोलाकाबास राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य तथा मोजूद अध्यापक को मीडियाकर्मी ने अपना परिचय व कार्ड बताकर शैक्षणिक स्टॉफ के स्वीकृत एवं रिक्त पदो तथा कोई लेक्चरर अथवा अध्यापक डेपुटेशन पर है या नही अगर है तो कब से ओर कहा कार्यरत है?की जानकारी चाही गई तो कार्यालय में मौजूद अध्यापक ने शैक्षणिक व्याख्याताओं के रिक्त पदों की जानकारी यह कहते हुए देने से मना कर दिया कि पत्रकार को विद्यालय की यह निजी जानकारी नहीं देते है बार बार निवेदन करने पर भी जानकारी देने से मना कर दिया गया यह विचारणीय है कि जिस जानकारी को कोई नागरिक विद्यालय जाकर जानना चाहे तो उसे अवगत करवाने पर भी कोई गोपनीयता भंग नही होती लेकिन सामान्य जानकारी बताना भी उचित नही समझे तो भला फिर छात्रों को अनुशासन और पढ़ाई संबंधित व्यवस्थाओं का क्या आलम रहता होगा।
विद्यालय मे प्रधानाचार्य सहित विषय व्याख्याताओं के पद रिक्त रहने से नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होते ही पढ़ाई नहीं हो पा रही जिसका खामियाजा छात्रों को अभी से उठाना पड़ रहा है तथा जब तक व्याख्याता नहीं आयेंगे तब तक छात्रों को पढ़ाई का नुकसान उठाना पड़ेगा उल्लेखनीय है कि गत शैक्षणिक सत्र से ही प्रधानाचार्य,उप प्रधानाचार्य,रसायन विज्ञान, राजनीति विज्ञान,हिंदी अनिवार्य सहित अंग्रेजी विषय के व्याख्याताओं के पद खाली पड़े है।
विद्यालय में मुखिया का पद प्रबंध व्यवस्था से लेकर छात्रों के अध्धयन के उचित व सहज प्रबंधन मे एक सेतु का काम करता है लेकिन यहां तो दोनों मुखियाओं के पद ही रिक्त है वहीं विषय व्याख्याताओं के पद खाली रहते छात्रों को अध्यापन कार्य कोंन करावे तथा उनकी शैक्षणिक समस्या का समाधान कैसे होगा ? प्राचीन कहावत प्रचलित है कि किसान खेत तैयार करके उसमे बीज डालता है और फ़सल के उगने पर अंदाज हो जाता है कि फ़सल अच्छी होगी अथवा कमजोर।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से विद्यालय में खाली पड़े पदों को भरवाए जाकर छात्रों को समय रहते शिक्षा से लाभान्वित करवाए जाने की आवश्यकता जताई है।