गोविंदगढ़ क्षेत्र मे ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित सुलभ शौचालय बना विद्यालय के लिए आफत: बदबू से स्कूली बच्चे व अध्यापक परेशान
गोविंदगढ़ (अलवर, राजस्थान) जहां सरकार स्वच्छता व अच्छे स्वास्थ्य के लिए तरह-तरह की योजना चलाकर आमजन को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है स्वच्छ भारत अभियान के तहत 2 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत मोलिया में बने सार्वजनिक शौचालय अब परेशानी का सबब बनता जा रहा है हम आपको बता दें कि 2 वर्ष पूर्व बने सुलभ शौचालय को राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मोलिया के परिसर में ग्राम पंचायत द्वारा बना दिया गया जिसे विद्यालय को लिखित या मौखिक रूप से अभी तक नहीं सौंपा गया है, वही 2 वर्ष पूर्व बना सुलभ शौचालय आज विद्यार्थियों के लिए परेशानी पैदा कर रहा है शौचालय में ना तो पानी की व्यवस्था है नाही साफ सफाई देखा जाए तो चारों तरफ कांच की बोतल है और कचरा इनमें भरा हुआ है जिससे विद्यालय परिसर में भी बदबू भरा माहौल बना हुआ है
विदित रहे कि 15 नवंबर को ही पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा के आदेशों के बाद ग्राम पंचायतों द्वारा कराए गए कार्यों की जांच के लिए टीम मौलिया ग्राम पंचायत का सर्वे कर चुकी है लेकिन शौचालय की हालत को देखकर जांच केवल कागजी नजर आ रही है, क्योकि सर्वे के लिये आई टीम को यह टूटी टाइलों वाला गन्दगी भरा शौचालय नजर नहीं आया
देखा जाए तो वर्तमान में अन्य विद्यालयों में बने शौचालयों के यही हालात है उनमें ज्यादातर ताले लगे हुए हैं जिन्हें अभी तक विद्यालयों को हैंडोवर ही नहीं किया गया है, जिसके चलते लाखों रुपए की लागत से बने यह सुलभ शौचालय केवल शोपीस बनकर रह गए हैं जिस विद्यालय में हेड पंप से बच्चे पानी पी रहे हैं वहां पर टंकी रखने से शौचालय में पानी की पूर्ति कहां से होगी इससे ज्यादा बदतर स्थिति वहा है जहां विद्यालय में पीने के लिए पानी की नहीं है और सुलभ शौचालय बना दिए गए, सरपंचों से इस मामले में बात करना चाहिए तो उन्होंने इस बात से अपना पल्ला झाड़ लिया उनका कहना था उन्हें केवल शौचालय बना कर देने थे वहां पानी की व्यवस्था है या नहीं इससे उनका कोई लेना देना नहीं।
अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अकबर खान का कहना है कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया है जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।