कानोता थाना क्षेत्र में पुलिस पस्त भूमाफिया मस्त, जेडीए एवं नदी की जमीन पर धड़ल्ले से कर रहे है अतिक्रमण
भू माफियाओ ने काश्तकार के परिवार पर हमला कर महिलाओ को किया चोटिल
जयपुर (राजस्थान/बी.एम शर्मा) बस्सी क्षेत्र के कानोता थाना इलाके में भू माफियाओं का आतंक इतना बढ़ गया है कि अब उन्हें ना तो जेडीए की परवाह है और ना ही पुलिस की। इसीलिए तो वह कानोता थाने की नाक के नीचे थाने से महज 1 किलोमीटर दूर ढूंढ नदी के बहाव क्षेत्र में सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण कर कॉलोनी बसाने की तैयारी को अंजाम दे रहे हैं। क्षेत्र के पुराना बगराना गांव श्मशान घाट के पास खसरा नंबर 181 जिसका रकबा लगभग 7 बीघा पक्की के लगभग है जो वर्तमान में नदी एवं जेडीए के नाम सिवायचक में दर्ज है लेकिन वन एवं पर्यावरण विभाग समेत जेडीए एवं पुलिस की उदासीनता के चलते भूमाफिया इस जमीन को हथियाने में लगे हैं। भू माफियाओं का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि तकरीबन 20 दिन पहले जेडीए द्वारा अतिक्रमण को ध्वस्त करने के बावजूद एक बार फिर पक्का निर्माण कर कमरे बनाये जा चुके हैं। इतना ही नहीं ये भू माफिया सरकारी जमीन के साथ-साथ इससे सटी निजी खातेदारी जमीनों पर भी बेडल्ले से कब्जा करने की कोशिश मे लगे हुए है।
इस मामले में शनिवार को भू माफियाओ ने खसरा 181 के पास की जमीन के निजी काश्तकार लक्ष्मीनारायण शर्मा के परिवार पर भी हमला कर दिया। हमले में पीडित काश्तकार के परिवार के 3 लोगों के गंभीर चोटे आई हैं। इतना ही नहीं भूमाफियाओ ने काश्तकार एवं ग्रामीणो को फंसाने के लिए खुद की ही गाड़ी पर आग लगाते हुये उसे आग के हवाले कर दिया। पुलिस की जो नाकामी इसमे सामने आई है वो ये है कि उन्होंने स्टे के बावजूद भी एकतरफा कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण कारियो के हौसले बुलन्द करने का काम किया है।
इस मामले में बगराना निवासी काश्तकार लक्ष्मीनारायण ने कानोता थाने में भू माफिया कल्लू शर्मा, भगवान सहाय निठारवाल,रमेश निठारवाल ,अनिल शर्मा, हेमराज शर्मा के खिलाफ उसकी जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला भी दर्ज करवा करवा रखा है, बावजूद इसके भू माफिया बेखोफ होकर उसकी खातेदारी जमीन पर कब्जा करने के लिए उसके पास की जेडीए एवं नदी की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करते हुए पक्का निर्माण कर कमरे बनाने में कामयाब हो गये हैं। लेकिन कानोता थानाधिकारी को शिकायतो पे शिकायत के बावजूद भी उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। ग्रामीणो का कहना है ये भूमाफिया गैग फर्जी दस्तावेज तैयार कर बाहर से उठाईगिरे एवं बदमाश लाकर सरकारी जमीनों के साथ-साथ कमजोर एवं भोले-भाले लोगों की जमीनों पर कब्जा करने में लगे हुये है। इस मामले में ये भूमाफिया स्थानीय पुलिस से लेकर स्थानीय संबंधित विभाग से सेटिग कर लेते हैं ताकि अतिक्रमण को अंजाम देने में किसी तरह की रुकावट ना आए और बेखोफ होकर सरकारी राजस्व को चूना लगाते हुए जमीनों पर कब्जा किया जा सके। इसको लेकर बगराना के समस्त ग्रामीणो ने जेडीए एवं कानोता पुलिस को भी लिखित में शिकायत दे रखी है जिसके बाद जेडीए एक बार तो अतिक्रमण को ध्वस्त कर चुका है लेकिन ये भूमाफिया दुबारा से कानोता पुलिस से मिलीभगत कर पक्का निर्माण कर लिये है। गौरतलब हैं कि इससे पूर्व भी बगराना गांव में सरकारी जमीन समेत निजी काश्तकार की जमीन पर अतिक्रमण के मामले में गांव के सैकड़ों लोगों ने इकट्ठे होकर इन भूमाफियाओ के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये कानोता थाने के बाहर धरना-प्रदर्शन भी किया था लेकिन अभी तक भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके चलते उन्हें एक बार फिर यही रास्ता अपनाना पडा और धरना-प्रदर्शन कर बस्सी एसीपी मेघचन्द मीणा को ज्ञापन दिया। पुलिस के मौन रहने का ही नतीजा है कि ये भू माफिया बेखौफ होकर बेधड़ल्ले से सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण कर कॉलोनी बसाने की पूरी तैयारी में हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इतना होने के बावजूद भी क्या जेडीए एवं पुलिस इसी तरह भू माफियाओं को पनाह देती रहेगी या फिर इनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए सरकारी जमीनों से अतिक्रमण मुक्त करवाने में कोई एक्शन भी लेगी।