भागवत कथा में मोरिंडा धाम में उमड़ा भक्तों का सैलाब
उदयपुरवाटी / बाघोली / सुमेर सिंह राव
चंवरा-किशोरपुरा सीमा पर मोरिंडा धाम के पंचमुखी मंदिर में गंगा दशहरे मेले पर चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन शुक्रवार को कथावाचक महाराज वीरेंद्र दास ने बताया कि भारत की भूमि में माता पिता और गुरु का बड़ा महत्व है। उनका कहना है कि माता-पिता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
कथा में गोकरण, धुंधकारी कथा का श्रवण करवाया गया। कथा में सुखदेव पूजन, ध्रुव चरित्र, बावन अवतार की कथा तथा सुंदर झांकियां सजाई गई। संगीतमय भजनों में श्रद्धालु थिरके।महा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान मेला कमेटी के अध्यक्ष गजराज सिंह, समाजसेवी सुरेश मीणा किशोरपुरा,जगदीश प्रसाद, शीशराम रावत, रामनिवास सैनी, मूलचंद , अर्जुन ठेकेदार, छाजुराम, महेश शर्मा, हनुमान गुर्जर, डॉक्टर सांवरमल सैनी, हनुमान गुर्जर, आचार्य शशि भूषण, प्रदीप शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।