गोविंदगढ़ क्षेत्र में अन्नदाता हो रहा परेशान 1कट्टा खाद के लिए जान हथेली पर रखकर चल रहा किसान
गोविन्दगढ़ कस्बे में अरोड़ा खाद वितरण केंद्र के बाहर किसानों की लंबी कतारें देखने को मिली जिसके बाद मौके पर तहसीलदार विनोद कुमार मीणा, थानाधिकारी ताराचंद शर्मा मय जाब्ता एवं सहायक कृषि अधिकारी अली हसन मौके पर पहुंचे जहां भीड़ के चलते पुलिस सुरक्षा के बीच खाद वितरित करवाना पडा ओर इस वजह से किसानों के बीच खाद केंद्रों पर मारामारी मची हुई है
गोविन्दगढ़,अलवर(अमित खेड़ापति)
राजस्थान के अलवर जिले में यूरिया खाद की किल्लत होने से किसान परेशान है किसानो को फसल के लिए यूरिया खाद नहीं मिल रहा है किसान खाद की दुकानों से लेकर वितरण केंद्रों तक लगातार चक्कर काट रहे हैं राजस्थान में 2001 की जनगणना के अनुसार राज्य की कार्यशील जनसंख्या में करीब 55.3%किसान थे जो कि 2011 की जनगणना में करीब 45.6% हो गए। राजस्थान में आजीविका की दृष्टि से कृषि का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है और राज्य की लगभग 62% आबादी आजीविका हेतु कृषि एवं उससे संबंधित गतिविधियों पर निर्भर है इसलिए आज से राजस्थान की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण क्षेत्र है लेकिन वर्तमान में खेती को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है
गोविन्दगढ़ कस्बे में अरोड़ा खाद वितरण केंद्र के बाहर किसानों की लंबी कतारें देखने को मिली जिसके बाद मौके पर तहसीलदार विनोद कुमार मीणा, थानाधिकारी ताराचंद शर्मा मय जाब्ता एवं सहायक कृषि अधिकारी अली हसन मौके पर पहुंचे जहां भीड़ के चलते पुलिस सुरक्षा के बीच खाद वितरित करवाना पडा ओर इस वजह से किसानों के बीच खाद केंद्रों पर मारामारी मची हुई है
अलवर जिले में खाद की किल्लत से किसान लगातार परेशान हो रहे हैं और प्रशासन एवं सरकार किसानों की समस्या का निदान करने में अभी तक असमर्थ नजर आ रही है गोविंदगढ़ कस्बे मैं आज शुक्रवार को अरोड़ा खाद बीज भंडार पर यूरिया आने की खबर मिलते ही किसानों की कतारें प्रात: 4 बजे से ही लगना शुरू हो गई। सुबह होते ही भीड़ अनियंत्रित होने लगी जिसकी सूचना पाकर पुलिस और तहसीलदार विनोद कुमार मीणा प्रात: 8 बजे अरोड़ा खाद बीज भंडार पर पहुंचे। जहां उनकी मौजूदगी में कृषि पर्यवेक्षक को बुलवाकर खाद का वितरण प्रारंभ कराया गया लेकिन भीड़ नियंत्रित नहीं हुई तो तब जाकर तहसीलदार विनोद कुमार मीणा ने तहसील परिसर में टोकन के माध्यम से खाद का वितरण करवाया। किसानों ने खाद की किल्लत को देखते हुए सरकार को जमकर कोसा है।
किसानों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि धक्का-मुक्की में कई किसानों को चोटें भी आई हैं किसान परेशान है किसानों का कहना था कि गोविंदगढ़ के पास का क्षेत्र भरतपुर जिले का है जिसके किसान यहां पर आ रहे हैं जिसके कारण यहां पर भीड़ हो गई है क्योंकि भरतपुर जिले के सीकरी एवं नगर क्षेत्र में खाद का कट्टा ₹400 से लेकर ₹450 का मिल रहा है और वही गोविंदगढ़ कस्बे में यह कट्टा मात्र ₹270 का दिया जा रहा है जिसके कारण यहां पर भीड़ हो जाने के कारण व्यवस्था हो रही है
किसानों ने लगाए खाद की कालाबाजारी के आरोप :-
किसानों ने व्यापारियों पर खाद की कालाबाजारी करके खाद को महंगे दामों में बेचने के आरोप लगाते हुए कहा कि व्यापारियों की ओर से भरतपुर के सीकरी और बेरू में जगह-जगह खाद्य को स्टॉक किया हुआ है और उसको फिर कालाबाजारी करते हुए महंगे दामों में बेच रहे हैं जिसकी वजह से किसान को परेशान होना पड़ रहा है सीकरी और बेरू में खाद 400 से लेकर 450 का एक कट्टा मिल रहा है यही कारण है कि किसान सुबह-सुबह भरतपुर जिले से अलवर जिले में आकर लाइनों में लगने को मजबूर हैं।
अरोड़ा खाद बीज भंडार पर 600 बेग यूरिया खाद आया था जिसकी सूचना पाकर प्रात:काल से ही भीड़ लगना शुरू हो गई प्रात: सूचना मिलने पर तहसील टीम और पुलिस मौके पर पहुंची भीड़ बहुत ज्यादा थी इसलिए तहसील में टोकन के माध्यम से खाद का वितरण करवाया जा रहा है।
विनोद मीणा,तहसीलदार गोविन्दगढ़