बढते तापमान को देखते हुए गेंहूँ की फसल कटाई और निकालने का कार्य जोरों पर
तापमान वृद्धी के कारण गेंहू की फसल निकालने का कार्य चल रहा है तेजी से इधर दिहाडी मजदूर भी ठेके पर सुबह और शाम गेंहूं कटाई और निकलाई का कर रहे हैं कार्य।
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) इस बार पूरे प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में गेहूं की फसल आधी भी नहीं बोई गई। सरसों अधिक होने के बावजूद जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन उपलब्ध हैं उन्होंने गेहूं भी उगाई है। इन दिनों तापमान में वृद्धि अधिक होने के चलते एकदम से गेहूं पक गई जिसका कटाई और निकलाई का कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है। तापमान में वृद्धि को देखते हुए अधिकतर श्रमिक दिहाड़ी मजदूरी पर ना जाते हुए कार्य को ठेके पर लेकर सुबह और शाम में कर रहे हैं। इसके चलते अधिकतर किसान स्वयं के परिजनों को लेकर कटाई और निकल आई का कार्य कर रहे हैं और श्रमिक कार्य को ठेके पर लेकर करना पसंद कर रहे हैं जिसके चलते दिहाडी़ और ठेके के कार्य के दाम बढ गए हैं।जबकि किसान को फसल का लागत मूल्य निकालना भी मुश्किल हो रहा है इस बार सरसों अधिक होने के कारण पशुओं के लिए चारे (भूसे)की कमी अधिक हो गई है जिसके चलते किसानों को भूसे से काफी मात्रा में खर्चे की पूर्ति हो रही है
अलावड़ा के किसान कल्लू खान ने बताया कि इन दिनों दिहाड़ी मजदूर नहीं मिल रहे हैं 1 दिन पहले दाढ़ी मजदूर को दूसरे दिन सुबह कार्य के लिए तय कर कर आते हैं और उन्हें जब कोई 10 ₹20 अधिक दे देता है दूसरे किसान के यहां गेहूं कटाई के लिए चले जाते हैं और जो किसान कह कर आया था वह इंतजार देखता रह जाता है ।