विश्व संगीत दिवस और राष्ट्रीय महिला दिवस पर इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसाइटी ने दी स्वरांजलि
खैरथल ,अलवर (हीरा लाल भूरानी)
विश्व संगीत दिवस पर इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसाइटी ने मिले सुर मेरा तुम्हारा की अनवरत चली आ रही कड़ी में सभी गायकों को याद करते हुए एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर समां बांध दिया और नए पुराने गीतों से स्वरांजलि दी । इस अवसर पर इंग्लिश की टायं टायं फिश फिल्म के हीरो रोहित कुमार ठाकुर, नवविवाहित गीतांजलि नंदी के विवाह होने पर और डॉ लाल थदानी को काव्य रत्न से सम्मानित होने पर सदस्यों ने केक काटकर माला पहनाकर सम्मानित किया गया ।
गीत संगीत के कार्यक्रम में युगल गीतों में
शकील खान :- लता लख्यानि : वादा करले साजना तेरे बिना
कुंज बिहारी लाल का लता शर्मा के साथ हम तो तेरे आशिक है और कुंजबिहारीलाल एंव रशिम मिश्रा :- गोरे रंग पे ना इतना
हनीफ़ साहब शकील :- यम्मा यम्मा ये खूबसूरत समां सुनाकर प्रभावित किया । लता लखयानी ने सत्यम शिवम सुन्दरम , कमरजहाॅ :- आओ हुजूर तुमको, हेम चन्द गहलोत तू है क्या मेरे लिए क्या बताऊं मैं तुझे, रशिमी मिश्रा:- हम थे जिनके सहारे , लता शर्मा - -माई हार्ट इस (जूली), उषा मित्तल मेरा परदेशी ना आया सुनाकर मंत्रमुग्ध किया । तीसरे और चौथे दौर में रोमानी हॉट दर्दीले गीतों में अपने अपने अंदाज में गीत सुनाए । इनमें से
प्रणय नंदी हमको तो जान से प्यारी, लक्ष्मण चैनानी :-नीले नीले अम्बर पर चाॅद जब आए, कमल शर्मा :- तुमसे मिलने की तमन्ना है प्यार , किशन बदलानी :-आज मौसम बड़ा बेईमान है
रजनीश मैसी सोलह बरस की बाली उम्र को, डाॅ लाल थदानी :-मेरे साजन है इस पार.. राजेश टेकचंदानी :-दिल क्या करे जब किसी को, योगेश चौहान :- लिखे जो खत तुझे गाकर तालिया बटोरी । । निर्मल सिंह परिहार :- कि पग घुँघरू बांध मीरा नाची थी, डाॅ सतीश शर्मा :- छुप गये सारे नजारे , प्रकाश झमटानी जाने जा ढूंढता फिर रहा हु तुझे रात दिन, देवी सिंह :- दर्दे दिल दर्दे जिगर , राजेश टेकचंदानी :-दिल क्या करे जब किसी को , किशन बदलानी :-आज मौसम बड़ा बेईमान है , , प्रकाश जेठरा :- ओ मेरी मेहबूबा, सादिक अली जब भी ये दिल उदास होता है। ओम प्रकाश शर्मा प्यार दीवाना होता है,
लक्ष्मण हरजानी :-प्रिय प्राणेश्वरी हृदयेश्वरी , डेसमंड फ्रेंकलिन :- गुलाबी ऑखे जो तेरी देखी, शरद शर्मा :-सिमटी सी शरमाई सी
दीपक भार्गव :- रुप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दिवाना वीरेंद्र पाठक :– कुछ ना कहो कुछ भी ना कहो
प्रस्तुति दी । भारती नंदी ने सब का आभार व्यक्त किया ।