अंतरराज्यीय चोर गिरोह का खुलासा चोरी की 44 बाइक बरामद: भीड़भाड़ वाले इलाके में रेकी कर देते थे चोरी को अंजाम
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) भीलवाड़ जिले की हमीरगढ़ थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय चोर गिरोह का राजफाश किया है। गिरोह के सरगना व उसके साथी के साथ ही चोरी के वाहन खरीदने वाले दो लोग भी पकड़े गये हैं। इनसे चोरी की 44 बाइक बरामद की गई है। यह गिरोह भीलवाड़ा, राजसमंद, अजमेर, चित्तौडग़ढ़ और मध्यप्रदेश के नीमच क्षेत्र से बाइक चोरी कर चुका है।
हमीरगढ़ थाना प्रभारी पुष्पा कासोटिया ने बताया कि मुजरास निवासी शांति लाल गुर्जर 12 सितंबर को स्वरुपगंज चौराहा आया था। जहां शाम 6 बजे उसने अपनी पल्सर बाइक हाइवे पुलिया के नीचे खड़ी की। वह स्वयं नजदीक ही एक होटल पर चाय पीने गया। जहां उसे परिचित मिलने से वह उससे बात करने लग गया था। करीब एक घंटे बाद वह वापस आया तो उसे बाइक नहीं मिली। गुर्जर ने बाइक की आसपास काफी तलाश की, लेकिन बाइक का पता नहीं चला तो उसने 17 सितंबर को हमीरगढ़ थाने पर रिपोर्ट दी। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरु की। पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने डीएसपी सदर रामचंद्र चौधरी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया ।
इस बीच कांस्टेबल नेतराम 1549 व गोपाललाल धाबाई 1558 ने आसूचना संकलित कर थाना प्रभारी को बताया कि पल्सर बाइक कान सिंह व राधेश्याम भील ने चोरी की है। ये दोनों भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, अजमेर, राजसमंद व नीमच में विभिन्न स्थानों से कई बाइक चोरी कर चुके हैं। इस सूचना पर गठित टीम ने दोनों संदिग्धों को दबोचा। दोनों ने पूछताछ में वाहन चोरी करना कबूला। पुलिस ने आरोपित राधेश्याम भील के खेत से चोरी की 43 बाइक दफा 102 के तहत जब्त की। थाने पर दर्ज प्रकरण में चोरी गई पल्सर बाइक खरीदने के आरोप में सोनू उर्फ सोहन सिंह व दीपक उर्फ कमलेश आचार्य को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनसे चोरी की बाइक बरामद कर ली।
बताया गया है कि ये चोर गिरोह भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर रैकी करते। इसके बाद मौका मिलते ही वहां से हैंडल लॉक लगी बाइक को मास्टर चॉबी से चालू कर चोरी कर ले जाते। चोरी की हुई बाइक को आरोपित राधेश्याम के खेत में छिपा देते थे। आरोपित राधेश्याम व उसके साथी ने कबूल किया है कि वे वाहन चोरी कर एकत्रित कर रहे थे। इसके बाद सभी वाहनों को कटा कर स्क्रैप के रूप में बैचने वाले थे। खास बात यह है कि दोनों चोर चुस्त, चालाक है। ये मोबाइल भी साथ नहीं रखते थे। कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में थाना प्रभारी कासौटिया के साथ सहायक उपनिरीक्षक नरेश कुमार, दीवान प्रमोद कुमार, नेतराम कांस्टेबल,गोपाल लाल, शैतान सिंह, हरिराम व महेंद्र सैनी शामिल है।