JEN पिता ने 7 वीं कक्षा में पढने वाली नाबालिग़ बेटी के साथ किया रेप: भाई व जीजा भी नही रहे पीछे, क्यों नही हुई गिरफ्तारी
भीलवाडा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में रिश्तो के विश्वास को तार-तार कर देने वाली घटना सामने आई जब विद्युत वितरण निगम के तकनीकी अधिकारी सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली अपनी ही बेटी के साथ अनगिनत बार रेप किया यही नहीं रिश्ते में लगने वाले भाई और जीजा ने भी उसे अपनी हवस का शिकार बनाया । बेटी की आपबीती उसकी सहेली के माध्यम से स्कूल प्रबंधक तक पहुंचे और उसके बाद मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया और यही में मामला दर्ज होने के 10 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है आखिर क्यों ?
घटना के अनुसार शहर के अमृत विहार कॉलोनी में रहने वाले तथा विद्युत वितरण निगम तकनीकी अधिकारी आर एल(JEN) अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता है। जेईएन आर एल की सबसे बडी बेटी शहर के बापू नगर स्थित एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल मे कक्षा 7 मे पढती है ।
इस बच्ची के साथ यह तकनीकी अधिकारी ने एक बार नही अब तक कई बार रेप किया और तो उर इस बच्ची के साथ रिश्ते मे लगने वाले भाई अजय और रिश्ते के जीजा संदीप ने भी उसके साथ रेप किया ।।वो इस यातना से तडपती और मां को कहती लेकिन आश्चर्य की बात है की इस घिनोने कृत्य मे बच्ची को जन्म देने वाली मां ने अपनी बेटी का बचाव और सहयोग करने के बजाय पति का सहयोग किया और खुद अपनी ही बेटी को बाप के पास सोने के लिए जबरदस्ती भेजती थी ।
इस घिनोने कृत्य का खुलासा तब हुआ जब होली से पहले एक दिन पीडिता बच्ची ने अपनी स्कूल मे अपनी एक सहेली को आप बीती बताई और फिर यह बात एक से दो तक फैली और फिर फैलती-फैलती स्कूल प्रबंधन तक पहुंची तो : स्कूल प्रबंधन और महिला शिक्षिको ने बच्ची की ऑफिस मे बुला कर पूछा तो उसने आप बीती सारी उक्त घटना बता दी इस पर स्कूल प्रबंधन ना तत्काल बाल कल्याण समिति की पूर्व पदाधिकारी सुमन त्रिवेदी को सूचना दी ।
सूचना मिलने पर त्रिवेदी स्कूल पहुंची और पीडिता बच्ची से पूछताछ की तो बच्ची ने पुनः आप बीती सारी घटना बता दी ।। त्रिवेदी ने होली के पूर्व स्कूल की दो शिक्षिकाओं के साथ पीडिता बच्ची को थाने ले जाकर मामला दर्ज करा दिया ।
मामला दर्ज होने के बाद नियमानुसार पुलिस ने बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों को सूचना दी तो वह पहुंचे और पीडिता को अपने पास ले काउसंलिग की पीडिता ने काउंसलिंग मे हूबहू सारी घटना बताई यही नही लिखित मे भी दी
इधर जांच के दौरान पीड़ित को मानसिक रोगी करार देने का दबाब बनाया जाने लगा लेकिन पीडिता बच्ची के बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों के पास होने से सफलता नही मिली लेकिन आरोपियों को बचाने की कोशिश जारी है ।
दूसरी और आरोपियो को बचाने और पीडिता पर दबाब की आशंका को लेकर बाल कल्याण समिति ने न्यायालय मे न्यायाधीश के समक्ष 164 मे बयान कराए जिसमे भी पीडिता बच्ची ने अपने ही पिता और रिश्ते के भाई व जीजा द्वारा रेप की बात कही । बाल कल्याण समिति ने नियमानुसार बच्ची को उसके मां-बाप को नही सौप फिलहाल उसके अंकल-आंटी को सोंपा है । आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही उसे उसके घर छोडा जा सकेगा ।
बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने इस पूरी घटना की पुष्टि की है और समिति के पदाधिकारियों का कहना है की जब तक पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नही करती हम पीडिता बच्ची को हमारे समिति के दायरे से छोड घरवालो को सुपुर्द नही कर सकते । लेकिन सवाल यह उठ रहा है और चर्चा है की आखिर इस शर्मनाक घटना का मामला दर्ज हुए 10 दिन हो गए न्यायाधीश के समक्ष पीडिता बच्ची के 164 मे बयान हो गए फिर पुलिस अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नही कर रही है ?
राहुल जोशी (पुलिस उपाधीक्षक महिला उत्पीड़न के सबंध विशेष अनुसंधान सेल भीलवाडा एवं जांच अधिकारी का कहना है कि: इस मामले मे अभी कुछ और बयान लेने बाकी है और इसमे अभी समय लगेगा तथा जांच की वर्तमान समय मे यह कहना अभी मुश्किल है की गिरफ्तारी कब होगी