बोर्ड परीक्षाएं सामने विभाग की अनदेखी के चलते हजारों छात्रों के भविष्य पर संकट: अघोषित विद्युत कटौती को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
विद्युत की अव्यवस्था को लेकर सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा एवं ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी से शीघ्र ही मिलेगा प्रतिनिधित्व मंडल
उदयपुरवाटी (झुंझुनु, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) उपखंड क्षेत्र के किशोरपुरा गांव में पिछले काफी समय से विद्युत की अव्यवस्था को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को समाजसेवी सुरेश मीणा किशोरपुरा के नेतृत्व मे विरोध प्रदर्शन कर आला अधिकारियों तक विरोध दर्ज कराया। किशोरपुरा ने कहा कि पिछले दो माह से किशोरपुरा, हीरवाना, गुड़ा, पोंख, नेवरी, चंवरा, गढला, मैनपुरा, नंगली दीप सिंह सहित कई गांवो व ढाणियों में बिजली की बार बार कटौती की जा रही है। जबकि सरकार ने बिजली का बिल 50 यूनिट तक फ्री करने की बजट में घोषणा की थी। लेकिन लगता है विभाग के अधिकारी विद्युत कटौती करके इस 50 यूनिट बिजली की पूर्ति करना चाहते हैं। यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि बोर्ड की परीक्षाएं एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं सामने है। बिजली की कटौती के कारण विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत विभाग विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए विद्युत विभाग को ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा घरेलू उपभोक्ताओं को रोजमर्रा के कार्यों के लिए विद्युत की कटौती के कारण परेशान होना पड़ रहा है। मीणा ने कहा कि शीघ्र ही इस समस्या को लेकर सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा एवं ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी से एक प्रतिनिधित्व मंडल वार्ता करेगा। हालांकि विद्युत की इस समस्या के समाधान के लिए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा पहले से ही विभाग के अधिकारियों को सचेत कर चुके हैं।
हरिराम कालेर (एक्सईएन नवलगढ़) का कहना है की कोयले की कमी के चलते विद्युत उत्पादन में कमी आ रही है जिससे पूरे प्रदेश में विद्युत का संकट छाया हुआ है। विद्युत उत्पादन प्लांट के समस्त आला अधिकारी एवं सरकार समस्या के समाधान के लिए प्रयास कर रही है।