जगन्नाथ मेला स्थल बनाम कचरा पार्क पालिका प्रशासन की अनदेखी
राजगढ़,अलवर(महेन्द्र अवस्थी)
राजगढ़ कस्बे के गंगाबाग में भरने वाले सात दिवसीय जगन्नाथ मेले का आगाज 20 जून को रथयात्रा के साथ होगा। इस रथयात्रा को अब 20 दिन भी शेष नही रहे। यह स्थल विगत एक वर्ष से पालिका प्रशासन की लापरवाही व अनदेखी के चलते अपनी पोराणिक पहचान खोता जा रहा ह। देखरेख के अभाव में यह स्थल शहर की गंदगी का कचरा पार्क व मृत पशुओं की कब्रगाह बनकर रह गया है।
सबसे बड़ी बात तो यह कि नगरपालिका कार्यालय से कुछ दूरी पर ही यह मेला स्थल है जहाँ प्रति वर्ष ऐतिहासिक सात दिवसीय मेला भरा जाता है। यहां पर गंदगी का आलम यह कि जहाँ हर साल दुकाने व झूले लगते है वहा शहर सहित आसपास से लाई गंदगी के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ लगा दिए गए। एक ओर जहाँ अधिकारी व बाबू बिना टेंडर कोटेशन के नाम पर जगह-जगह लाखो रुपये खर्च कर रहे है। वही मेला स्थल अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।
धामिक आस्था से जुड़े आमजन सहित श्रृद्धालुओ ने भी इसे लेकर पालिका के प्रति नाराजगी जाहिर की है। लॉयन्स क्लब के खेमसिंह आर्य, संजय राजस्थानी, वीरेंद्र दाधीच, प्रीति विजय, पदमा गोयल व रमा आर्य का कहना कि मेले स्थल पर गंदगी के चलते लगने वाली दुकानों पर खाने,पीने सहित अन्य वस्तुओ पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। बीते वर्षों में अज्ञात बिमारी के चलते हुई मौतो को भी नजर अंदाज करना प्रशासन व पालिका के लिये बेमानी होगी। मेला स्थलब पर साज सँवार का अभाव होने से दूरदराज से आने वाले दुकानदारो व श्रृद्वालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।जगन्नाथ मंदिर के महंत मदन मोहन शास्त्री व हरिओम पारासर ने बताया कि इस संबंध में स्तानीय व पालिका प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन स्थिति जस की तस बनी है। मेला कमेटी ने कहा कि यदि प्रशासन ने इस ओर ध्यान नही दिया तो प्रतिनिधि मंडल जल्द ही जिला कलेक्टर व मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन देगा व लापरवाह पालिका कार्मिको को हटाने की मांग की जाएगी।