फागुन में दिखी जेठ जैसी गर्मी: बढ़े तापमान के कारण गेहूं और सब्जी की फसलें भी प्रभावित होने की आशंका
गोविंदगढ़ (अलवर, राजस्थान) फागुन में जेठ जैसी गर्मी का असर फसलों पर दिखाई देने लगा है। बढ़े तापमान के कारण गेहूं और सब्जी की फसलें भी प्रभावित होने की आशंका है, मौसम में हो रहे बदलाव का सबसे ज्यादा असर गेहूं पर दिखाई दे रहा है तापमान बढ़ने से किसान गेहूं का उत्पादन कम होने और गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका जता रहे हैं।प्रतिदिन बढ़ते व घटते तापमान से न केवल गेहूूं की फसल का उत्पादन प्रभावित होगा इस बार मार्च में जिस तरह से गर्मी पड़ रही है जिसके चलते गेहूं पतला होने की संभावना है। ऐसे में गेहूं की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।तेज गर्मी होने के कारण गेहूं की बाली को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है बाली के अंदर जो दाना होता है उसके अंदर का दूध गर्मी के वजह से सूखने लगा है जिसका सीधा असर गेहूं के उत्पादन पर हो रहा है
सहायक कृषि अधिकारी अलीहसन के अनुसार - सामान्य तापमान जो कि लगभग 30 डिग्री के आसपास के तापमान में गेहूं का दाना सामान्य प्रक्रिया के तहत पकता है लेकिन अधिक तापमान में गेहूं अच्छी तरह नहीं फूलता ओर न ही वह सही ढंग से पकता है इस वजह से वह काफी सख्त हो जाता है। इस कारण अधपका होने की वजह से गेहूं के स्वाद में भी कमी आएगी और पौष्टिकता भी कम हो सकती है।