जॉन स्तरीय इंग्लिश मीडियम समागम का हुआ आयोजन: माया से नहीं मायापति से नाता जोड़े—हिमांशु शर्मा
गुरसिख के मन में हमेशा शुकराने का भाव ही होता है
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) संत निरंकारी सत्संग भवन अलवर पर एक विशाल जोन स्तरीय इंग्लिश मीडियम समागम का आयोजन हुआ जिसमें गाजियाबाद से आए युवा प्रचारक हिमांशु शर्मा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें माया से नहीं अपितु मायापति(निरंकार प्रभु परमात्मा)से नाता जोड़ना चाहिए जब मायापति से नाता जुड़ जाता है तो गुरसिख अपने आप को पूर्ण समर्पित करते हुए हर पल हर क्षण इसका शुकराना ही करता है
गाजियाबाद से हिमांशु शर्मा ने अपार श्रद्धालुओं को सद्गुरु का संदेश देते हुए कहा कि इस निराकार प्रभु परमात्मा की जानकारी समय के सद्गुरु के द्वारा ही हो सकती है जब ज्ञान चक्षु सद्गुरु कृपा करके प्रदान करते हैं तो आत्मा का नाता परमात्मा से जुड़ जाता है फिर ऐसे गुरसिख के मन में हमेशा ही चाहे सुख हो चाहे दुख हो हर वक्त हर पल शुकराने का भाव ही होता है उस पर माया का प्रभाव नहीं होता अपितु उसका पूर्ण परमपिता परमात्मा एक निरंकार प्रभु पर विश्वास दृढ़ होता जाता है आपने आगे अपने संबोधन में कहा कि मोस्ट इंपोर्टेंट थिंग इज डिवोशन अर्थात गुरु के चरणो में अपने आप को समर्पित करना ही सच्चे गुरसिख की निशानी होती है “लख स्याना होवे गुरुसिख पर अपने आप नू धूल गिने "
अर्थात कितना भी अकलमंद गुरसिख हो जाए लेकिन अपने आप को गुरु चरणों की धूल समझता है आपने आगे कहा कि सेवादल की वर्दी पहनना ही काफी नहीं अपितु सेवाभाव गुरसिख के मन में अति आवश्यक है कोई यदि हमसे नफरत कर रहा है तो भी हमने उसे नफरत का जवाब नफरत में नहीं देना है अपितु प्यार की डोज को डबल करके जवाब देना है अर्थात हम यूं कह सकते हैं कि प्यार के पुल बनाते जाएं और नफरत की दीवारें गिराते जाए, संत निरंकारी मंडल अलवर के प्रेस एण्ड पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के अमृत खत्री ने बताया कि इस इंग्लिश मीडियम समागम में पूरी जॉन से रतपुर, कामा, धौलपुर पावटा तथा अलवर जिले की सभी ब्रांच के युवाओं ने भाग लेकर सद्गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया।
यह इंग्लिश मीडियम समागम जिला संयोजक सोमनाथ निरंकारी जी की देखरेख में तथा सेवादल संचालक श्रीराम जी एवं शिक्षक सुंदरलाल जी के मार्गदर्शन में संपन्न हुई। समस्त सेवादल भाई बहनों ने तत्परता से आए हुए श्रद्धालुओं की पूरी व्यवस्था में अपना योगदान किया।मंच संचालन श्री यश अरोड़ा ने किया। अंत में जिला संयोजक सोमनाथ ने आए हुए संतों का आभार व्यक्त करते हुए सद्गुरु माता जी से आशीर्वाद प्राप्त किया