महाराणा प्रताप जयंती पर हुए कई कार्यक्रम आयोजित
अलवर (राजस्थान/ अमित भारद्वाज) महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर रविवार को विभिन्न कार्यक्रम हुए! सर्व समाज हिंदू संगठनों सहित राणा प्रताप के जयकारों के साथ शाम को परशुराम सर्किल से शोभायात्रा आरंभ हुई विभिन्न प्रकार के डीजे की धुन पर महाराणा उदय सिंह एवं महाराणा प्रताप कीजयकारों की गूंज हुई! राणा प्रताप ने अपने जीवन को राष्ट्रीय मातृभूमि के लिए समर्पण भाव से अपने जीवन को समर्पित किया था दुर्भाग्यवश कांग्रेस की सरकार होने के कारण समय-समय पर अकबर महान का पाठ पढ़ाया जाता रहा सही मायने में महाराणा प्रताप महान होना चाहिए था क्योंकि कांग्रेस सरकार का पूर्व से ही कहीं ना कहीं मुगलों एवं खानों से रिश्ता कायम था इन लोगों को हिंदुस्तान अथवा हिंदुओं के प्रति कोई सद्भाव नहीं थे केवल राजनीतिक दृष्टि से उनके साथ रहकर अपना दिखावा करते थे!सही मायने मे तो जब हिंदुस्तान के बंटवारे के दौरान भारत देशमे जहर के बीज बो दिए थे आज भारत के लिए नासूर बन चुका है!प्रताप शोभा यात्रा के दौरान लोगों ने केसरिया साफा बांधकर हाथों में ओमका प्रताप का चित्र वाला केसरिया ध्वज लिए हुए थे काफी लोग दोपहिया और चो पहिया वाहन सवार थे माना प्रताप दुर्गा माता बंदा सिंह बहादुर और राम दरबार की झांकी शामिल थी! निर्मल सूरा प्रदेश अध्यक्ष हिंदूवादी संगठन एवं प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय औड महासभा ने अवगत करते हुए बताया कि स्कूल ऑफ मार्शल आर्ट्स सेल्फ डिफेंस एकेडमी के विद्यार्थी करतब दिखाते हुए चल रहे थे शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से होती मोती डूंगरीमहा राणा प्रताप पार्क पहुंची! मार्ग में शोभा यात्रा का स्वागत किया!कई जगह पुष्पों की वर्षा की गई! मुख्य अतिथि के रूप में कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ राष्ट्रीय प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी एवं स्वामी राघवानंद गिरी महाराज थे "!अतिथि भाजपा उत्तर जिला अध्यक्ष उम्मे द सिंह भाया, देवी सिंह शेखावत,संजय नरूका रहे! राठौड ने महाराणा प्रताप के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें विषम परिस्थिति में कभी धैर्य नहीं खोना चाहिए! कार्यक्रम के दौरान अंत में हनुमान चालीसा का पाठ किया कार्यक्रम संयोजक प्रेम गुप्ता ने बताया कि अति विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद ओमपाल सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संचालक डॉ केके गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुप्ता भाजपा उत्तर पूर्वी जिला महिला मोर्चा भाजपा भामाशाह श्री कृष्ण गुप्ता नरेंद्र तिवारी के पीयादव आदि मौजूद रहे